कोटा (राजस्थान)। राजस्थान के कोचिंग हब कोटा में नीट की तैयारी कर रही एक और छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पीड़िता की पहचान उत्तर प्रदेश के औरैया निवासी निशा यादव (21) के रूप में हुई है, जो छह महीने पहले कोटा आई थी।
गुरुवार रात करीब डेढ़ बजे उसका शव महावीर नगर इलाके के एक निजी हॉस्टल में मिला।
27 नवंबर को पश्चिम बंगाल के एक नीट अभ्यर्थी फौरीद हुसैन (20) ने शहर में आत्महत्या कर ली थी। जिससे इस शिक्षा केंद्र में अकेले इस वर्ष आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या 25 से अधिक हो गई।
आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने पहले निजी हॉस्टलों और कोचिंग संस्थानों के लिए गाइडलाइन जारी की थी, लेकिन इसका असर अब तक नहीं दिख रहा है।
निशा ने यह कदम उठाने से कुछ देर पहले अपने पिता से बात की थी। इसके बाद जब उन्होंने उसे दोबारा कॉल किया तो उसने कॉल का जवाब नहीं दिया। हॉस्टल संचालक को सूचना दिए जाने के बाद बिल्डिंग में मौजूद स्टाफ ने निशा के कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
हॉस्टल संचालक श्याम पेशवानी ने बताया कि जब स्टाफ ने दरवाजा तोड़ा तो निशा पंखे से लटकी हुई थी। श्याम पेशवानी ने बताया कि हॉस्टल में 19 कमरे हैं, जिनमें करीब 12 छात्राएं रहती थीं। निशा मई में कोटा आई थी और शुरुआत में इंद्र विहार इलाके में रह रही थी।
जवाहर नगर थाने के एएसआई कुंदन कुमार ने कहा कि निशा द्वारा इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे का सटीक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। दीवाली के बाद घरवाले निशा को हॉस्टल छोड़ गए थे।
पेशे से किसान निशा के पिता ओसन सिंह और मां सरोज देवी कोटा पहुंच गए हैं। इस बीच, जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद मीणा ने तीन दिनों में दो नीट (एनईईटी) उम्मीदवारों द्वारा आत्महत्या के मामले में संबंधित कोचिंग संस्थानों को नोटिस जारी किया है।
फौरीद के मामले में कलेक्टर ने तीन दिन में जवाब मांगा है। नोटिस में बताया गया है कि 12 नवंबर को काउंसलिंग के दौरान पता चला कि फौरीद डिप्रेशन से पीड़ित है। हालांकि, संस्थान ने मामले की जानकारी प्रशासन को नहीं दी।