मुजफ्फरनगर-मुस्लिम महिलाओं द्वारा भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘कमल के फूल’ पर वोट लगाने का वीडियो सुजडू के मतदान केंद्र का निकला है, जहां मुस्लिमों द्वारा भी बीजेपी को अच्छी-खासी वोट दी गई है। इस गांव में बीजेपी के पक्ष में हज़ारों मुस्लिमो द्वारा मतदान किये जाने की सम्भावना जताई जा रही है।
आपको बता दें कि आज सुबह रॉयल बुलेटिन ने एक खबर प्रकाशित की थी, जिसमें मुजफ्फरनगर के एक मुस्लिम पोलिंग बूथ पर मुस्लिम महिलाओं से कमल पर मोहर लगवाये जाने की जानकारी प्रकाशित की गई थी, इस वायरल वीडियो के मुताबिक मुस्लिम महिलाओं को एक साथ 3-3 बैलेट पेपर दिए गए और उनसे कमल के चुनाव चिन्ह पर मोहर लगवाई गई।
इस खबर के प्रकाशित होते ही राजनीतिक क्षेत्र में हड़कंप मच गया और एएमआईएम के प्रत्याशी के पुत्र गुलबहार मलिक जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंच गए, अन्य विपक्षी दलों ने भी जिला प्रशासन से इस सम्बन्ध में शिकायत की , जिसके बाद जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह ने सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को इस मामले की जांच करने के निर्देश दिए।
इस जाँच के सम्बन्ध में जिला सूचना अधिकारी मिथिलेश कुमार द्वारा जारी किए गए बिना हस्ताक्षर के प्रेस नोट के मुताबिक वायरल वीडियो में मतपत्र संख्या 354126 और 354193 पर कोई व्यक्ति द्वारा मोहर लगाते हुए दिख रहा है। उक्त वायरल वीडियो की जांच नगर मजिस्ट्रेट से कराई गई तो जांच से स्पष्ट हुआ कि उक्त मतपत्र, मतदान स्थल संख्या 363, फैजुल इस्लाम मदरसा सुजडू के कक्ष संख्या 5 पर जारी किए गए थे। देखे पूरे वीडियो-
उन्होंने बताया कि मतदान के दिन सभी प्रत्याशियों के मतदान अभिकर्ता मतदान स्थल पर मौजूद थे और मतदान समाप्ति तक किसी भी मतदान अभिकर्ता या मतदाता ने किसी तरह के मतदान में धांधली की कोई शिकायत नहीं की थी और मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण संपन्न हुई थी। जिला सूचना अधिकारी ने बताया कि प्रतीत होता है कि उक्त वीडियो एडिट करते हुए किसी ने वायरल की है जो प्रथम दृष्टया संदिग्ध लग रही है।
जिला प्रशासन की इस जांच के बाद रॉयल बुलेटिन ने भी सुजडू में इसकी पड़ताल की तो पता चला कि सुजडू में 11726 वोट पड़ी थी, जहां मुस्लिम महिलाओं और पुरुषो द्वारा भी बीजेपी को वोट दी गई है। गांव में 2000- 2500 से ज्यादा वोट भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी मीनाक्षी स्वरूप को मिलने की संभावना जताई जा रही है, ग्रामीणों का कहना है कि समाजवादी पार्टी से जुड़े एक प्रमुख नेता भी गांव में भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में मतदान करा रहे थे। ग्रामीणों के मुताबिक संभवत किसी भाजपा समर्थक द्वारा बीजेपी के एक बड़े नेता को सबूत के रूप में वीडियो भेजने के लिए यह वीडियो बनाई गई थी, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।