वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ प्रवीण तोगड़िया ने रविवार को कहा कि श्री राम चरित मानस पर विवादित बयान देने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या को अनावश्यक महत्व नहीं देना चाहिए। श्री रामचरित मानस में करोड़ों हिंदुओं की मान्यता और आस्था है। शहर में गुरुधाम स्थित श्री राम जानकी मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने आये तोगड़िया मीडिया कर्मियों से मुखातिब थे।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि राम मंदिर तो बन रहा है, मगर रामराज्य नहीं दिखा। मंदिर तो बन रहा है, बन ही जाएगा। मगर, 50 साल के बाद इस मंदिर पर खतरा हो जाएगा। यदि कानून बनाकर देश की जनसंख्या पर नियंत्रण नहीं किया गया और देश में बढ़ रहे असंतुलन को नहीं रोका, तो राम मंदिर खतरे में है। राम मंदिर ही नहीं, बल्कि देश के करोड़ों हिंदूओं के साथ उनके घर परिवार का हाल कश्मीर घाटी की तरह हो जायेगा। उन्होंने कहा कि राम मंदिर से हमने रामराज्य की बात की थी। इसका अर्थ है कि हर एक व्यक्ति को घर मिले। बच्चों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य, युवाओं को रोजगार और किसानों को फसल के सही दाम मिले। क्या यह सब मिल रहा है।
डॉ तोगड़िया ने कहा कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने गए थे। मंदिर से भगवान ढूंढींराज गणेश को हटाने की बात चल रही है। यह ठीक नहीं है। मूर्ति भी देवता है और स्थान भी देवता हैं। जिस स्थान पर ढूंढींराज गणेश है, वह स्थान मेरे लिए तीर्थ है। इसलिए तीर्थ यात्रियों के लिए व्यवस्था हो। एक भी प्राचीन तीर्थ अपने नियत स्थान से न हटे। पहले जो भी मूर्तियां हटाईं गईं है, उनकी वहीं पर प्राण-प्रतिष्ठा हो। हमें उम्मीद है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिंदुओं की भावना और श्रद्धा का सम्मान करने का प्रयास करेंगे।