नई दिल्ली। जिला अदालत के अंदर गोलीबारी का एक वीडियो वायरल होने के कुछ घंटों बाद बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बुधवार को दिल्ली बार एसोसिएशन तीस हजारी कोर्ट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष का नामांकन निलंबित कर दिया।
गोलीबारी की घटना बुधवार को तीस हजारी कोर्ट परिसर में हुई, जिसमें वकील गाली-गलौज करते और हवा में फायरिंग करते नजर आए।
अधिवक्ता अधिनियम, 1961 के तहत एक स्वायत्त नियामक संस्था, दिल्ली बार काउंसिल ने अपने पत्र में कहा कि बार एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनीष शर्मा को वीडियो में स्पष्ट रूप से पहचाना जा सकता है और इसमें शामिल अन्य अधिवक्ताओं की पहचान की जा रही है।
बीसीडी ने शर्मा को अपना लिखित स्पष्टीकरण देने और 7 जुलाई को उसके सामने पेश होने को कहा है, अन्यथा उनके खिलाफ एक पक्षीय कार्रवाई शुरू की जाएगी।
पुलिस के अनुसार, वकीलों के दो गुटों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद उनमें से कुछ ने कथित तौर पर हवा में गोलीबारी की। पुलिस ने स्पष्ट किया कि घटना में कोई घायल नहीं हुआ।
सचिव बीसीडी शर्मा द्वारा जारी पत्र में कहा गया है, “बार काउंसिल ऑफ दिल्ली रूल्स के चैप्टर-IV, सेक्शन रूल 42 में प्रदत्त शक्ति के तहत बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के अध्यक्ष ने एक वकील के रूप में प्रैक्टिस करने का आपका लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।”