जयपुर। भाजपा महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और थालियां बजाते हुए मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च किया।
पुलिस ने सिविल लाइंस गेट पर बैरिकेड लगाकर महिलाओं को रोक दिया। जबकि, महिला कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की। कार्यकर्ताओं और महिला पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई, जिससे दो महिला कार्यकर्ता बेहोश हो गईं।
बुधवार सुबह 11 बजे महिला कार्यकर्ता प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर एकत्र हुईं। वहां एक सभा का आयोजन किया गया, जिसे महिला मोर्चा के पदाधिकारियों और प्रदेश भाजपा नेताओं ने संबोधित किया। इसके तुरंत बाद महिला कार्यकर्ताओं ने थालियां बजाते हुए सीएम आवास की ओर कूूच किया।
महिलाओं को रोकने के लिए सिविल लाइंस गेट के सामने भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
महिला मोर्चा प्रभारी एवं सांसद दीया कुमारी ने कहा कि आज राजस्थान बलात्कार में नंबर वन पर है। लोग इसे राजस्थान की जगह रेपिस्थान कह रहे हैं। यह हमारे लिए शर्म की बात है। कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। गृह विभाग स्वयं मुख्यमंत्री के पास रहता है। लेकिन, वह साढ़े चार साल से अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं।
सांसद ने कहा, राज्य में महिलाएं सरकार से सुरक्षा की उम्मीद कर रही थीं जो उन्हें कभी नहीं मिली। उन्होंने कहा कि अब राज्य की महिलाओं ने इस सरकार को सबक सिखाने का मन बना लिया है।
विरोध प्रदर्शन के दौरान दीया कुमारी को अन्य नेताओं के साथ हिरासत में लिया गया और बाद में रिहा कर दिया गया।
दूसरी तरफ युवाओं के मुद्दे पर भाजपा 18 जुलाई को अजमेर में राज्य सरकार के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करेगी। इसमें पेपर लीक और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा जाएगा।