मेरठ। जिले में टैक्स रिफंड घोटाले का बड़ा भंडाफोड़ हुआ है। टैक्स रिफंड घोटाला मामले में पकड़े गए रविंद्र कुमार शर्मा से पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है। टैक्स रिफंड घोटाले का माफिया कपड़े और घड़ियों का माल निर्यात करता था। इसके लिए उसे कर्मचारियों की जरूरत होती थी। वह बिहार और पूर्वी यूपी के लोगों को नौकरी देता था। आइडी कार्ड के तौर पर उनसे आधार कार्ड और पेन कार्ड लेता था। इसके बाद वह कर्मचारियों का रेंट एग्रीमेंट बनवाता था। जिसके बाद रेंट एग्रीमेंट दिखाकर उनके आधार कार्ड में पता बदलता था।
पता ऐसा डालता था जो किसी को न मिले। आधार कार्ड में पता बदलने के बाद वह उन लोगों के नाम पर फर्म खोलता था। कर्मचारी इस बात से अंजान रहते थे। सेंट्रल जीएसटी के अधिकारियों के अनुसार, वह अभी तक 50 से अधिक फर्म खोलकर सरकार से करोड़ों के टैक्स की रिफंड ले चुका है।
सेंट्रल जीएसटी की टीम आरोपी की जानकारी जुटा रही है। यह पता किया जा रहा है कि माफिया ने खुद फर्जी बिल बनाए या फिर जिन लोगों के यहां एक्सपोर्ट किया उनकी कोई मिलीभगत है। ऐसे में उन्हें भी जांच के दायरे में रखा गया है।