शामली। जनपद की कलेक्ट्रेट में पिछले कई वर्षों से वेतनमान न मिलने के कारण एक प्रधानाध्यापक मजबूरन भूख हड़ताल पर बैठ गया है। उसका साफ शब्दों में कहना है कि जब तक उसके शरीर में प्राण है तब तक वह वह अपने हक की लड़ाई लड़ेगा और जब तक उसका पूर्ण भुगतान नहीं मिल जाता तब तक वह भूख हड़ताल से नहीं उठेगा।
आपको बता दें कि कांधला क्षेत्र के गांव जसाला निवासी राजेंद्र सिंह 29 मार्च 2010 से प्राथमिक विद्यालय बलेड़ा मे प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत है। पीड़ित शिक्षक का आरोप है कि पिछले करीब 13 वर्षो से उसे प्रधानाध्यापक का वेतनमान नहीं मिलना है। ना ही सातवें वेतन आयोग का बकाया मिला है। पिछले कई वर्षों से वेतन न मिलने के कारण शिक्षक की आर्थिक स्थिति अत्यधिक खराब हो चुकी है।
जब वह उक्त मामले में अपने किसी विभागीय अधिकारी से मिलता है तो उसे जल्द ही वेतन दिलाए जाने की बात कह कर टरका दिया जाता है, जिसके चलते पीड़ित शिक्षक ने मजबूर होकर जनपद की कलेक्ट्रेट में भूख हड़ताल शुरू कर दी है हालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारी भी शिक्षक से मिले थे। लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। भीषण गर्मी के बीच शिक्षक भूख हड़ताल पर बैठा हुआ है। और पानी पी पीकर अपना गुजारा कर रहा है।
शिक्षक का कहना है कि जब तक उसे उसका हक नहीं मिलेगा तब तक वह भूख हड़ताल नहीं छोड़ेगा, चाहे उसकी जान भी क्यों ना चली जाए।