गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के परिणाम आज घोषित हुए, और जिले में एक बार फिर से शिक्षा के क्षेत्र में सफलता की गूंज सुनाई दी। इस बार कक्षा 10 में महर्षि दयानंद विद्यापीठ के छात्र अनस खान ने जिले में टॉप कर गाजियाबाद का नाम रोशन किया। अनस ने 94.5 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, न केवल अपने माता-पिता, विद्यालय और शिक्षकों का मान बढ़ाया, बल्कि अन्य छात्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं।
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परिणाम घोषित होते ही अनस के घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। उसके माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू थे, और शिक्षकों ने भी अनस की मेहनत और समर्पण की जमकर सराहना की। विद्यालय प्रशासन ने एक छोटा-सा समारोह आयोजित कर अनस को सम्मानित किया, जहां छात्रों ने तालियों की गूंज के साथ उनका स्वागत किया।
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अनस खान ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उसने नियमित पढ़ाई, समय प्रबंधन और आत्मविश्वास के साथ इस सफलता को प्राप्त किया है। उसका कहना है, “मैंने कभी पढ़ाई को बोझ नहीं समझा। मेरी कोशिश थी कि हर विषय को समझ कर पढ़ूं और जो भी पढ़ूं, उसे मन लगाकर पढ़ूं। मेरे शिक्षक और परिवार का सहयोग मेरे लिए सबसे बड़ा सहारा रहा।”
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अनस का यह सपना सुनकर सभी को गर्व महसूस हुआ। इस उम्र में इतना स्पष्ट लक्ष्य और समाज के प्रति सोच वास्तव में उसे एक असाधारण छात्र बनाता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि अनस जैसे छात्रों पर उन्हें गर्व है और वे आशा करते हैं कि वह भविष्य में न्यायपालिका में जाकर देश का नाम रोशन करेगा।
गाजियाबाद के शिक्षा जगत में अनस खान का नाम अब एक मिसाल बन चुका है। उसकी सफलता यह सिद्ध करती है कि लगन, मेहनत और स्पष्ट लक्ष्य हो तो कोई भी छात्र ऊँचाइयों को छू सकता है। अनस की कहानी हर उस छात्र के लिए प्रेरणा है, जो मेहनत से अपने सपनों को साकार करना चाहता है। आज अनस न सिर्फ एक छात्र के रूप में, बल्कि एक उम्मीद की किरण बनकर उभरा है।