बुलंदशहर। बुलंदशहर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां खुर्जा तहसील के तत्कालीन तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर कर पेशकार ने 177 वादों का निस्तारण कर सूचना सरकार के पोर्टल पर भी अपलोड कर दी। मामले का जब खुलासा हुआ तो अफसर का भी सिर चकरा गया। जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने आरोपी पेशकार को निलंबित कर अनूपशहर तहसील में संबद्ध कर दिया और मामले की जांच एसडीएम सदर देवेन्द्र पाल सिंह को सौंप दी है।
जानकारी के मुताबिक जनपद बुलंदशहर की खुर्जा तहसील में संजय कुमार 13 फरवरी से 30 जून 2023 तक तहसीलदार रहे। प्रमोशन के बाद संजय कुमार वर्तमान में गोरखपुर में सब डिविजनल मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं। संजय कुमार को पता चला कि तहसील खुर्जा के न्यायालय में उनके पदनाम तत्कालीन तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर कर दाखिल खारिज और वारिसान सहित अन्य आदेश पारित किए गए हैं। इसकी शिकायत संजय कुमार ने पहले एसडीएम खुर्जा से की। मामला डीएम के संज्ञान में आने पर जांच कराई गई तो तहसीलदार के पेशकार दीपक गोयल को प्रथमदृष्ट्या दोषी पाया गया। डीएम ने आरोपी पेशकार को तुरंत निलंबित कर दिया है।
डीएम चन्द्र प्रकाश सिंह ने कहा कि खुर्जा के तत्कालीन तहसीलदार संजय कुमार के फर्जी हस्ताक्षर कर वाद निस्तारित करने की जांच में आरोपी पेशकार को निलंबित करते हुए तहसील में संबद्ध किया है। मामले की जांच एडीएम ई की अध्यक्षता में शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि गोरखपुर में डिप्टी कलेक्टर संजय कुमार की ओर से आरोपी पेशकार के खिलाफ उनके फर्जी हस्ताक्षर करने की एफआईआर पुलिस थाना में दर्ज कराई जा सकती है।