मोरना। गांव ककरौली में श्री रामलीला मंचन का आयोजन किया जा रहा है। प्रशासन की अनुमति के बिना श्रीराम लीला का मंच तैयार करने पर पहुंची पुलिस ने तैयारियों को रोकने का प्रयास किया, जिस पर रोष व्याप्त हो गया। रामलीला के आयोजन की जिद पर अड़े आयोजकों के साथ पुलिस की नोकझोंक भी हुई। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी जानसठ, सीओ भोपा ने ग्रामीणों को घंटों तक समझाने बुझाने का प्रयास किया, किन्तु ग्रामीण रामलीला का आयोजन करने पर अड़े हुए थे। शान्ति भंग की आशंका को लेकर ककरौली में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
थाना व गाँव ककरौली स्थित बड़ा बाजार के चौक पर रामलीला के आयोजन की तैयारियां जारी थी। बुधवार की सुबह श्रीराम लीला मंचन के लिये मंच स्थापित किया जा रहा था कि पुलिस ने अनुमति न होने के कारण तैयारियों को रोक देने को कहा, जिसको लेकर रोष व्याप्त हो गया।
ग्रामीणों के अनुसार सन 1985 से सन 2006 तक लगातार रामलीला का आयोजन किया गया। उसके बाद दो बार प्रोजेक्टर द्वारा बड़े पर्दे पर श्रीराम लीला को दिखाया गया। बुधवार को प्रशासन की अनुमति के बिना श्रीराम लीला के आयोजन होने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने रामलीला के लिये अनुमति लेने की बात कही। मौके पर पहुँचे उपजिलाधिकारी जानसठ सुबोध कुमार तथा क्षेत्राधिकारी भोपा देववृत वाजपेयी ने गणमान्य नागरिकों के संग बैठक कर समझाने का प्रयास किया।
देर शाम तक प्रशासन व आयोजकों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई थी। क्षेत्राधिकारी देव वृत वाजपेयी ने कहा कि पुलिस के रिकॉर्ड में रामलीला का आयोजन दर्ज नहीं है। बीते 17 वर्षों से रामलीला का आयोजन नहीं हुआ है। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। उच्चाधिकारियों के आदेश पर निर्णय लिया जायेगा।