भोपाल। संसद के विशेष सत्र में ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ पारित करने के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ को लेकर महिलाओं काे संबोधित करते हुए कहा कि गठबंधन के दलों ने ‘खट्टे मन’ से इसका समर्थन किया है और देश भर की महिलाओं को इस बात को लेकर सावधान रहने की आवश्यकता है।
मोदी आगामी विधानसभा चुनाव के पूर्व यहां आयोजित भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित करने आए थे। इस दौरान अपने लगभग एक घंटे के संबोधन में उन्होंने कांग्रेस को ताबड़तोड़ तरीके से निशाने पर लिया। उन्होंने विकास और गरीब कल्याण से लेकर महिला आरक्षण तक के मुद्दे के बहाने कांग्रेस को घेरा।
प्रदेश में पिछले दो विधानसभा चुनावों के पूर्व पार्टी इस प्रकार के कार्यकर्ता महाकुंभ का आयोजन करती है। आज के इस विशाल आयोजन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, पार्टी चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश सरकार के कई मंत्री उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस विधेयक का दशकों तक इंतजार करना पड़ा, पर अब इसके पारित होने के बाद भी देश भर की महिलाओं को सावधान रहने की आवश्यकता है। कांग्रेस और उसके ‘घमंडिया’ गठबंधन के दलों ने मजबूरी में खट्टे मन से इसका समर्थन किया है। ये खट्टापन उनके बहानोंं में भी दिखता है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन में वही दल शामिल हैं, जिन्होंने 30 साल तक इसे पारित नहीं होने दिया। उन दलों ने मजबूरी में इसका समर्थन किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश भर की महिलाएं जब विपक्षी दलों के चरित्र पर अंगुली उठाने लगीं तो विपक्षी दलों ने ये कहना शुरु कर दिया कि अधिनियम में ये क्यों नहीं है और वो क्यों नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पिछले नौ साल के कार्यकाल में महिलाएं सशक्त हुईं हैं और इसीलिए विपक्षी दलों की इस अधिनियम का विरोध करने की हिम्मत नहीं हुई। वरना क्या कारण था कि दशकों तक सरकार चलाने वालों ने इसे कानून नहीं बनाया।
देश भर की महिलाओं का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष की नीयत में खोट है। मौका मिलते ही ये धोखा देने के लिए तैयार हैं। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि बौखलाया हुआ विपक्ष अब नारी शक्ति को बांटने की कोशिश करेगा, ऐसे में हर महिला को सावधान रहने की अवश्यकता है।
मोदी ने गठबंधन के संदर्भ में कहा कि ये वही लोग हैं, जिन्होंने देश की प्रथम आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने से रोकने का प्रयास किया। सेना के अग्रिम मोर्चे पर बेटियों को जाने से रोक कर रखा।
महिलाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का जिक्र करते हुए मोदी ने सवालिया अंदाज में कहा कि अगर विपक्ष की नीयत ठीक होती तो क्या मौजूदा सरकार को महिलाओं के लिए शौचालय समेत इतनी सारी योजनाएं बनानी पड़तीं।