हरदोई । टोडरपुर ब्लॉक मुख्यालय से लौट रहे बाइक सवार अधिवक्ता और प्रधान के भतीजे को बोलेरो सवार लोगों ने रोककर पहले तो बांके से हमला किया, उसके बाद पेंचकस घोंपा और फिर बोलेरो से कुचल कर उन्हें खाईं में फेंक दिया।
इस दौरान बाइक सवार तीसरे युवक को भी बुरी तरह ज़ख्मी कर दिया गया। बुधवार को हुई इस वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस सारे मामले की गहराई से छानबीन कर रही है।
बताया गया है कि मझिला थाने के पारा गांव निवासी 28 वर्षीय अधिवक्ता अमित शुक्ला पुत्र अनिल कुमार शुक्ला बुधवार को प्रधान नंदलाल कुशवाहा के 32 वर्षीय भतीजे रमाकांत कुशवाहा पुत्र शिवराम कुशवाहा और उसी गांव के 30 वर्षीय संतोष कुशवाहा पुत्र रामभरोसे कुशवाहा के साथ सरकारी काम के सिलसिले में टोंडरपुर ब्लॉक मुख्यालय गए हुए थे।
जहां से दोपहर बाद तीनों लोग बाइक से वापस लौट रहे थे। इसी बीच चठिया पुल के आगे गौटिया गांव के पास सामने से आ रही बोलेरो सवार लोगों ने उन्हें रोक लिया। पहले तो गाली-गलौज हुई, उसके बाद उन बोलेरो सवार लोगों ने बांके से हमला कर दिया।
इतना ही नहीं उन तीनों को पेंचकस भी घोंपा, उसके बाद बोलेरो से कुचलते हुए उन्हें खाईं में फेंक दिया। जिसमें अधिवक्ता अमित शुक्ला और प्रधान के भतीजे रमाकांत कुशवाहा की मौत हो गई। जबकि संतोष कुशवाहा बुरी तरह ज़ख्मी हो गया।
इस सनसनीखेज वारदात का पता होते ही इलाके में सनसनी फैल गई। जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने संतोष को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि अमित शुक्ला की चुनावी रंजिश चल रही थी। उसी रंजिश के चलते वारदात को अंजाम दिया गया।