अयोध्या। राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या की दशा और दिशा दोनों बदल रही है। अध्यात्म नगरी के नाम पर अयोध्या में जबरदस्त काम हो रहा है। अयोध्या अब धार्मिक और टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में बदल रही है।
जहां पहले सिर्फ छोटे होटल और धर्मशाला ही नजर आते थे, कुछ सालों में वहां लग्जरी फाइव स्टार होटल नजर आने लगेंगे। हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए अयोध्या खास होने जा रहा है। बड़े-बड़े फाइव स्टार होटल अपनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं और अपने होटल की चेन यहां खोलने की तैयारी कर रहे हैं।
बड़े-बड़े होटलों के साथ बड़ी-बड़ी कंपनियों की फूड चेन भी अयोध्या में अपनी संभावनाएं तलाश रही हैं और अब उनको यहां पर एस्टेब्लिश करने की भी तैयारी शुरू हो चुकी है। अगले 1 से 2 सालों में अयोध्या का पूरा नक्शा बदलने वाला है।
दुनिया भर के पर्यटकों की आवाजाही यहां पर शुरू हो जाएगी, ऐसे में यहां होटल, रेस्टोरेंट, सिनेमाघरों के साथ-साथ शॉपिंग कंपलेक्स अपने लिए हर मुकम्मल संभावनाएं तलाश रहे हैं। कई बड़ी कंपनियों ने अपने लिए यहां पर जमीन भी तलाश ली है और काम भी शुरू कर दिया है।
2021 और 2022 वर्ष के आंकड़ों को देखें तो लगभग चार करोड़ पर्यटक श्रद्धालु अयोध्या आए हैं। 2024 में भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण के बाद जब भगवान गर्भ ग्रह में विराजमान हो जाएंगे, यही आंकड़ा 8 से 10 करोड़ के करीब पहुंचने का अनुमान है। जिसको देखते हुए अयोध्या में तीर्थ यात्रियों की ठहरने की सुविधाओं को लेकर जहां एक ओर सरकार ने धर्मशालाओं और यात्री निवास के लिए सब्सिडी का ऐलान किया है, वहीं दूसरी ओर होटल उद्योग धंधे में भी बढ़ोतरी हुई है।
अगर होटल इंडस्ट्री की बात करें तो अयोध्या में 5 और 7 स्टार होटल का निर्माण किया जा रहा है। सरकार ने बीते 1 महीने में करीब 30 बड़े होटलों को स्वीकृति प्रदान की है। अयोध्या के स्थानीय पहले से बने होटलों में भी विस्तार किया जा रहा है। अयोध्या के प्रसिद्ध पंचशील होटल में जहां 50 के करीब कमरे हुआ करते थे, वहां अब 50 और कमरों का निर्माण कराकर सौ कमरे के होटल का निर्माण कराया जा रहा है।
अयोध्या नगर निगम के म्यूनिसिपल कमिश्नर विशाल सिंह ने खास बातचीत करते हुए बताया कि राम मंदिर शुरू होते ही बड़ी संख्या में लोग अयोध्या आएंगे और उनके अकोमोडेशन का भी ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए प्लान तैयार कर लिया गया है। उसी प्लान पर काम किया जा रहा है। इसके लिए हम लोगों ने प्लान बनाया है कि यहां पर बड़ी संख्या में होटल्स बने, जिसके लिए पर्यटन विभाग ने आपने पर्यटन पॉलिसी में भी काफी परिवर्तन किए हैं। पर्यटन विभाग ने होटल्स को डेवलपमेंट चार्ज से छूट दी है।
पिछले एक से डेढ़ महीने में 30 होटल का नक्शा पास किया गया है जिनपर काम भी शुरू हो चुका है। उम्मीद है कि वह दिसंबर तक बनकर उपलब्ध हो जाएंगे। इसके साथ-साथ अयोध्या में पहले से मौजूद धर्मशाला और गेस्ट हाउस के बारे में भी स्टडी की गई है। उनको अपडेट किया जा रहा है।
पहले से मौजूद धर्मशाला और गेस्ट हाउस को नए सिरे से तैयार किया जाएगा। इनके खास डिजाइन का भी ध्यान रखा जाएगा ताकि यहां आने वाले यात्री इनमें रहने के साथ-साथ अयोध्या को समझने का भी काम करें। इसके साथ ही साथ बहुत सारे पंचायती मंदिर हैं जिनको अपडेट किया जा रहा है ताकि वह आने वाले समय में लोगों के इस्तेमाल में लाए जा सके।
जिसके पास 5 कमरों से ज्यादा का मकान है उनको हैंड होल्ड कर उन्हें कैपेसिटी इंप्रूवमेंट कर उन कमरों को भी लोगों को उपलब्ध कराने की कोशिश हो रही है। नवंबर से दिसंबर तक आते-आते तक लगभग 6000 कमरों तक होम स्टे उपलब्ध होंगे।
म्यूनिसिपल कमिश्नर विशाल सिंह ने बताया कि टेंट सिटी भी बन रही है जिसमें 50 टेंट सिटी का टेंडर हो चुका है। हमने एक और जमीन देखी है जो डेढ़ सौ हेक्टेयर की है। उस पर बनारस की तर्ज पर और बड़ी टेंट सिटी बनाई जाएगी। राम मंदिर के शुरू होते ही अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ने लगेगी और उनके आने पर उनके ठहरने, रहने, खाने और उनकी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगा।
इसको देखते हुए कार्य तेजी के साथ अभी से जिला प्रशासन ने शुरू कर दिया है। नगर निगम अपने कार्य में जुट गया है। उन्होंने बताया कि आने वाले श्रद्धालुओं के लगातार बढ़ते दबाव को देखते हुए यह कोशिश की जा रही है कि जितने भी श्रद्धालु यहां पर पहुंचें और उन्हें रुकने के लिए यहां पर होटल, गेस्ट हाउस, ओयो या होमस्टे करना हो तो उन्हें कोई दिक्कत ना हो। इसके लिए आने वाले समय में लगभग 1 लाख लोगों के लिए यहां पर ठहरने की व्यवस्था उपलब्ध हो, ऐसा प्रयास हमारी तरफ से किया जा रहा है।