मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति की बैठक में मंडल अध्यक्ष सहारनपुर द्वारा रोष व्यक्त किया गया कि भाजपा सरकार में अफसरशाही का बोलबाला है तथा भ्रष्टाचार की जड़े इतनी गहरी हो गई है कि भ्रष्टाचार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ग्राम मुस्तफाबाद में ताराचंद पुत्र स्वर्गवासी काकूराम के नाम तालाब की भूमि का पट्टा धोखाधड़ी से कार्य हेतु लिया गया, जिसकी जांचों प्रांत अपर जिला अधिकारी न्यायालय मुजफ्फरनगर द्वारा दिनांक 5/5/2022 को निरस्त कर दिया गया।
जिसका कब्जा अभी तक भी तहसीलदार सदर की ढुलमुल नीति के अंतर्गत नहीं हटवाया गया सीधी सी बात है सरकारी अधिकारी सरकार के दुश्मन बनाकर लूट खसोट कर सरकार को चूना लगाने में लिप्त है। इस पर जिलाधिकारी को कड़ा रुख अपनाकर दोषियों के विरुद्ध दंडोल्मक कार्यवाही करते हुए न्यायालय के आदेशों का अनुपालन कराया जाना नितान्त आवश्यक है। विद्युत वितरण मंडल प्रथम मुजफ्फरनगर के अंतर्गत विद्युत वितरण खंड मुजफ्फरनगर में मैं पटेल ट्रेडर्स मुजफ्फरनगर द्वारा बघरा बिजली घर बनवाया गया था, जिसका धनराशि रुपए 535000 की भुगतान लगभग पूर्ण 9 वर्षों से पेंडिंग है। मदन सेन अवर अभियंता ने कार्य कराया तथा मोटी रकम लेकर ट्रांसफर होकर बिजनौर हैं। कार्य की माप तक भी नहीं की है।
अत: इसे बर्खास्त कर पीडि़त का भुगतान होना नितांत अनिवार्य है। तहसीलों में व्याप्त घूसखोरी प्राइवेट व्यक्ति रखकर उनके माध्यम से मोटी रकम वसूली की जा रही है, जिसे समाप्त करने हेतु उत्तर प्रदेश शासन द्वारा इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने हेतु आदेश निर्गत किए हैं, परंतु आदेशों को ताक पर रखकर उपजिला अधिकारी मुजफ्फरनगर की नाक के नीचे लूट खसोट इन प्राइवेट व्यक्ति रखकर कराई जा रही है जो जनता का शोषण है। अत: निर्णय किया गया कि समस्त स्थिति से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को सूचित किया जाएगा। सभा में राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के सदस्यों को निर्देशित किया गया कि पीडि़तों की हर संभव सहायता कर देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाए।