श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मंगलवार की उच्च स्तरीय बैठक में दिए गए निर्देशों को तुरंत और प्रभावी रूप से लागू करने पर जोर दिया। यह बैठक हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के उद्देश्य से बुलाई गई थी। सूत्रों के अनुसार, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बैठक में कहा कि केंद्र सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे नागरिकों की हत्या का बदला लेने और इस तरह के जघन्य आतंकी हमलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पहलगाम हमले के दोषियों के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई की जाए और आतंकवाद के पूरे तंत्र को जड़ से खत्म किया जाए।
उपराज्यपाल ने कहा, “हम अपने निर्दोष नागरिकों की जान की भरपाई नहीं कर सकते, लेकिन यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनके हत्यारों को सजा दें और आतंकवादी संगठनों तथा उन्हें समर्थन देने वालों को पूरी तरह नेस्तनाबूद करें।” उन्होंने जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा, “जमीनी स्तर पर लोगों में सुरक्षा की भावना बहाल करें और उनकी जरूरतों का ध्यान रखें। मैं देश को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आतंकवाद की इस बुराई से पूरी ताकत और दृढ़ निश्चय के साथ निपटा जाएगा।” बैठक में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक सहित सभी वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। यह जगह श्रीनगर से लगभग 30 मील दूर एक पर्यटन स्थल है। इस घिनौनी आतंकी हमले की देश-विदेश में कड़ी निंदा हो रही है।