मुजफ्फरनगर।भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत को 11 फरवरी को अब आत्महत्या नहीं करनी पड़ेगी , आखिर भैसाना शुगर मिल ने भी पिछले सीजन का पूरा भुगतान कर दिया है।
आपको बता दे कि भाकियू अध्यक्ष ने भैसाना मिल पर चल रहे किसानों के धरने को समाप्त कराते समय घोषणा की थी कि यदि 10 फरवरी तक चीनी मिल का भुगतान नहीं होगा तो 11 को वे मिल गेट पर आत्महत्या कर लेंगे। आज चीनी मिल ने पिछले सीजन का पूरा भुगतान कर दिया है जिसके बाद अब टिकैत को आत्महत्या नहीं करनी पड़ेगी। टिकैत का उस दिन का बयान सुनिए-
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला गन्ना अधिकारी डा. राजेश धर द्विवेदी ने अवगत कराया गया कि उ.प्र.शासन एवं जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की सख्ती के परिणाम स्वरूप जनपद की भैसाना चीनी मिल द्वारा गत वर्ष का शत-प्रतिशत गन्ना मूल्य भुगतान कर दिया गया हैं।
इस प्रकार अब जनपद की किसी भी चीनी मिल पर गत वर्ष का गन्ना मूल्य अवशेष नही रहा। गत वर्ष का शत प्रतिशत भुगतान होने से चीनी मिल क्षेत्र भैसाना के किसानो में खुशी की लहर हैं।
वर्तमान पेराई सत्र के कुल देय 1701.15 करोड रू. के सापेक्ष 1363.20 करोड रूपये का भुगतान हो गया हैं, जो कुल देय का 80 प्रतिशत हैं। चीनी मिल भैसाना का गत वर्ष का पूर्ण गन्ना मूल्य भुगतान होने के कारण वर्तमान पेराई सत्र का गन्ना मूल्य भुगतान भी यथाशीघ्र प्रारम्भ हो जायेगा।
जिला गन्ना अधिकारी ने कहा कि चीनी उद्योग को नई गति देने के साथ ही राज्य सरकार ने प्रत्येक कदम पर गन्ना किसानों को लगातार राहत प्रदान की है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की नीतियों के परिणाम स्वरूप अब तक जनपद की चीनी मिलों से सम्बन्धित लगभग 2.50 लाख से अधिक गन्ना किसानों को वर्तमान पेराई सत्र का रू. 1363.20 करोड़ का रिकार्ड भुगतान किया गया है।