मुरादाबाद। मुरादाबाद के नागफनी थाना क्षेत्र में रहने वाली एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता का आरोप है कि पति उसे बहाने से थाना कांठ रोड स्थित निजी अस्पताल ले गया और रास्ते में कोल्ड ड्रिंक पिला दी, जिसे पीकर वह बेहोश हो गई। होश आया तो वह गन्ने के खेत में पड़ी थी। यहां आरोपितों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान पति खेत के बाहर खड़ा होकर पहरेदारी करता रहा। गुरुवार को थाना पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर 11 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
नागफनी थाना क्षेत्र निवासी पीड़ित युवती ने बताया कि बीती 15 फरवरी को उसने बिजनौर के चांदपुर थानाक्षेत्र के गांव निवासी दूसरी बिरादरी के युवक के साथ प्रेम विवाह किया था। दो दिन बाद वह अपनी ससुराल पहुंची तो सास, ससुर, ननद, तहेरे ससुर, मौसेरे ससुर और गांव के पूर्व प्रधान ने उसके के साथ मारपीट की। आरोप है कि जाति सूचक शब्द कहकर उसे अपमानित किया। पीड़िता ने 112 पर कॉल कर पुलिस बुला ली थी। पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई, जहां आरोपितों ने माफी मांगी और उसे घर में रखने को तैयार हो गये थे। इसके बाद पीड़िता नागफनी क्षेत्र में किराये के मकान में रहने लगी।
युवती ने बताया कि 22 मार्च को उसकी तबीयत खराब हो गई थी। तब पति उसे कांठ रोड स्थित निजी अस्पताल में दवा दिलाने ले गया। अस्पताल के बाहर एक खोखे में पति ने पेय पदार्थ पिलाया। इसके बाद वह बेहोश हो गई थी।
पीड़ित का कहना है कि होश आया तो वह गन्ने के खेत में पड़ी थी। जहां आरोपित ओमकार, चंद्रपाल, अंकित मौजूद थे। आरोप है कि तीनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया और इस दौरान पति खेत के बाहर खड़ा होकर पहरेदारी करता रहा। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित पीड़ित युवती को जान से मारने की धमकी देकर भाग गए।
सीओ सिविल लाइंस अनूप सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर पीड़िता के पति, उसके पिता, मां, बहन, चाचा-मौसा, भाई, पूर्व प्रधान समेत ग्यारह लोगों के खिलाफ मारपीट, जान से मारने की धमकी देने, साजिश रचने, सामूहिक दुष्कर्म और एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज किया गया है।