गाजियाबाद। जिले के शत प्रतिशत राशनकार्ड धारकों का ई-केवाईसी कराने के निर्देश हैं लेकिन अभी तक जिले के लगभग 28 फीसदी लाभार्थियों का ई-केवाईसी नहीं हो पाई है। इसकी वजह से बच्चे और बुजुर्गों का आधार कार्ड अपडेट नहीं हो पा रहे हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्गों के उंगलियों के निशान हल्के होने की वजह से बायोमीट्रिक प्रक्रिया में परेशानी हो रही है। जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि ऐसे बच्चों और बुजुर्गों की सूची बनाई जा रही है।
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जिले में सोमवार तक 72.26 फीसदी राशनकार्ड धारकों का ई-केवाईसी कराई जा चुकी है। जिले में 544 दुकानें हैं। जिन पर ई-केवाईसी कराई जा रही है। कुल 19,31,868 यूनिट में से अभी तक 13,95,918 लोगों की ई-केवाईसी हो चुकी है। जिला पूर्ति अधिकारी अमित तिवारी ने बताया कि ई-केवाईसी कराने वालों जिलों में गाजियाबाद 31वें स्थान पर है। सिर्फ रविवार को ही एक दिन में छह हजार 414 लोगों ने ई-केवाईसी करवाया है। एक दिन में छह हजार से अधिक ई-केवाईसी कराने वालों जिलों में गाजियाबाद 19वें स्थान पर आया है।
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उन्होंने बताया कि जिनके-जिनके आधार कार्ड अपडेट नहीं हैं उनका मास्टर डेटा तैयार किया जा रहा है। इसमें बड़ी संख्या में बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। लोगों के अनुसार इनके बायोमीट्रिक ना होने की वजह से आधार कार्ड अपडेट होने में समस्या आ रही है। डेटा तैयार होने के बाद कोशिश की जाएगी कि आधार कार्ड बनने में जो समस्या है उनका निस्तारण कराया जाए। सभी से यह भी अपील की जाती है कि वह आधार सेंटर जाकर आधार कार्ड बनवाएं। जिनकी ई-केवाईसी नहीं हो पाएगी भविष्य में उनको राशन कार्ड मिलने में समस्या आ सकती है।