Tuesday, December 3, 2024

सुन्दर भाटी को सजा सुनाना जज को पड़ा भारी, कार सवार बदमाशों ने दी धमकी, जज ने चौकी में घुसकर बचाई जान

नोएडा। पश्चिमी यूपी के कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी को उम्रकैद की सजा सुनाने वाले जज की जान उस वक्त मुश्किलों में फंस गई, जब अलीगढ़ में हाईवे पर बदमाशों ने उन्हें घेर लिया, जज ने खुद को घिरता देख अलीगढ़ जिले के खैर थाना क्षेत्र की सोफा पुलिस  चौकी पहुंचकर अपनी जान बचाई। इस मामले में जज ने थाना खैर में मुकदमा दर्ज करवाया है।

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जानकारी के अनुसार जज अनिल कुमार इस समय फर्रुखाबाद में विशेष न्यायाधीश (ईसी एक्ट) पद पर तैनात हैं।  फर्रुखाबाद से अनिल कुमार कार से नोएडा आ रहे थे, तभी एक बोलेरो में सवार पांच लोग उनका पीछा करने लगे और यही नहीं, उनकी गाड़ी को ओवरटेक करके बोलेरो आगे लगा दी और उन्हें रोकने की कोशिश करने लगे,बदमाशों ने उन्हें असलहे दिखाकर धमकाने का प्रयास किया है। स्क्रैप्स के कारोबार से जुड़े कुख्यात गैंगस्टर रवि काना के बड़े भाई हरेंद्र प्रधान की हत्या के मामले में कुख्यात सुंदर भाटी और उसके गुर्गों को इन्ही जज ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

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इस घटना से छह दिन पहले ही सुंदर भाटी सोनभद्र जेल से रिहा हुआ था। पुलिस जांच कर रही है कि जज को धमकाने वाले दिन सुंदर भाटी की लोकेशन कहां थी। पुलिस पूरी छानबीन कर रही है, लेकिन फ़िलहाल पुलिस को अलीगढ़ में सुंदर भाटी गैंग का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं पता चला है।

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घटना 29 अक्टूबर की रात 8 बजे के आसपास की है। जज ने इस मामले में चौकी इंचार्ज सोफा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पीआरओ को सूचना दी। फोन पर खैर थाना प्रभारी निरीक्षक डीके सिसोदिया को भी सूचना दी। इसके बाद 9 नवंबर को 5 अज्ञात बदमाशों के खिलाफ खैर थाने में मामला दर्ज करवाया है।
एसएसपी संजीव सुमन का कहना है कि जज ने घटना वाली रात में सूचना दी थी। उस वक्त सिर्फ उन्होंने अंदेशा जताया था कि कुछ लोगों ने उनकी कार रोकने का प्रयास किया था, लेकिन उस समय उनके द्वारा कोई तहरीर नहीं दी गई थी। अब उन्होंने तहरीर दी है। इसमें हमले का अंदेशा जताया है। बोलेरो का नंबर भी अधूरा है। जिसकी वजह से वह ट्रेस नहीं हो पा रही है। मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है।

 

बता दें कि सपा नेता हरेंद्र नागर और उसके गनर की हत्या के मामले में तत्कालीन जज अनिल कुमार ने ही सुंदर भाटी को 2021 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद गत 23 अक्टूबर को सोनभद्र जेल से वह रिहा हुआ था। इसके दिन बाद 29 अक्टूबर को जज की गाड़ी का पीछा किए जाने की घटना सामने आई थी।पुलिस जांच में पता चला कि जज की गाड़ी का पीछा करने वाली बोलेरो का नंबर अलीगढ़ का है। सफेद रंग की इस गाड़ी का पूरा नंबर नहीं मिल पाने की वजह से गाड़ी ट्रेस नहीं हो पाई है। पुलिस हाइवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से मामले की छानबीन कर रही है।

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आपको बता दे कि सुंदर भाटी की जमानत के 72 घंटे के अंदर ही अब भतीजा अनिल भाटी भी जेल से बाहर आ गया है। स्क्रैप माफिया रवि काना और उसके गैंग के बदमाशों के जेल जाने के बाद से ही सक्रिय हो गया था। जेल से ही जिले में स्क्रैप के कारोबार को दोबारा खड़ा कर दिया था।

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बताया जाता है कि गैंग से जुड़ा दादरी का बड़ा माफिया भी दुबई से वापस आ गया है। दो साल पहले पुलिस की कुर्की की कार्रवाई और रवि काना गैंग के डर से भाग गया था। सुंदर भाटी और अनिल के बाहर आने की वजह से नोएडा में गैंगवॉर की आशंका भी बढ़ गई है।

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