नई दिल्ली। अविश्वास प्रस्ताव पर भाजपा की तरफ से पहले वक्ता के तौर पर बोलते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोनिया गांधी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी का उद्देश्य बेटे को सेट करना और दामाद को भेंट (गिफ्ट ) करना है। यही इस अविश्वास प्रस्ताव का मूल मंत्र है।
दुबे ने राहुल गांधी के भाषण नहीं देने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें लगा कि राहुल बोलेंगे, कोई बड़ा विषय होगा, लेकिन वह नहीं बोले, गौरव गोगई बोले, शायद राहुल गांधी तैयार नहीं होंगे।
उन्होंने ‘मोदी सरनेम’ पर माफी नहीं मांगने के राहुल गांधी के बयान और वीर सावरकर को लेकर दिए गए बयान की भी आलोचना की। विपक्षी सांसदों द्वारा राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने पर सोमवार को सदन में किये गए स्वागत पर कटाक्ष करते हुए दुबे ने कहा कि अभी सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ सजा पर स्टे लगाया है, अदालत ने बरी नहीं किया है।
उन्होंने भंडारी और नेशनल हेराल्ड जैसे कई मामलों का जिक्र करते हुए भी कांग्रेस को घेरने की कोशिश की। विपक्षी सांसदों की टीका-टिप्पणी के बीच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्षी गठबंधन के अंतर्विरोधों को उजागर करते हुए कहा कि इसी कांग्रेस ने डीएमके की सरकार को बर्खास्त किया, उन पर राजीव गांधी हत्याकांड को लेकर आरोप लगाए।
इसी कांग्रेस ने ममता सरकार पर नारदा-शारदा भ्रष्टाचार के आरोप लगाएं, इसी कांग्रेस ने लालू यादव को जेल में डाला, इसी कांग्रेस ने शेख अब्दुल्ला को 22 साल तक जेल में डाला, इसी कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ता से पीआईएल डलवाकर मुलायम सिंह यादव की छवि को धक्का पहुंचाया, इसी कांग्रेस ने शरद पवार की सरकार बर्खास्त किया, उनकी पार्टी के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाएं, इसी कांग्रेस की वजह से मुसलमानों की दुर्दशा हुई। लेकिन, इन सबके बावजूद आज वही डीएमके, टीएमसी, आरजेडी, सपा, एनसीपी और ओवैसी जैसे लोग उसी कांग्रेस के साथ खड़े हैं। बसपा सांसद को भारत माता की जय बोलने में भी दिक्कत है।
उन्होंने कहा कि ममता सरकार बनने में भाजपा का भी सहयोग रहा है। जेडीयू के लिए सबसे ज्यादा फंड जुटाने वाले चार-पांच लोगों में वह स्वयं शामिल रहे हैं। जेडीयू अध्यक्ष ने ही लालू परिवार के खिलाफ पिटीशन दाखिल किया था और आज ये साथ खड़े हैं।
उन्होंने गठबंधन के नाम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये सब आपस में लड़ रहे हैं लेकिन नाम रखा है ‘इंडिया’। भाजपा सांसद ने सीपीएम के पूर्व महासचिव प्रकाश करात के मेल का रिकॉर्ड होने का आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि ये देशद्रोही पार्टी के साथ खड़े हैं।
महाभारत का जिक्र करते हुए निशिकांत दुबे ने कहा है द्रौपदी की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीरहरण का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन, धृतराष्ट्र और दुर्योधन की तरह ये नेता भी बचेंगे नहीं।
इससे पहले विपक्ष की तरफ से पहले वक्ता के तौर पर बोलते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मणिपुर के हालात, मणिपुर पर प्रधानमंत्री की चुप्पी, देश की गरीबी और महंगाई सहित कई मसलों को उठाते हुए सदन में बताया कि विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाने की जरूरत क्यों पड़ी ?
गौरव गोगोई के बाद जैसे ही भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बोलना शुरू किया, बसपा सांसद दानिश अली ने संसद टीवी पर चल रहे स्क्रोल का मसला उठाया, कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों ने भी इसे लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी और विपक्षी सांसदों के बीच कई बार तीखी बहस भी हुई। लोकसभा स्पीकर ने मामले का संज्ञान लेने की बात कहते हुए सांसद को भी संभलकर बोलने की हिदायत दी। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा और राज्यसभा टीवी को मिलाकर संसद टीवी बनाया गया है और टीवी का कंट्रोल स्पीकर के पास नहीं होता है, इसके लिए एक सिस्टम बना हुआ है।