नई दिल्ली। डॉलर इंडेक्स के 101.7 तक बढ़ने, ब्रेंट क्रूड के 83 डॉलर से ऊपर बढ़ने और एफपीआई द्वारा 3,979 करोड़ रुपये के स्टॉक बेचने से बाजार में प्रतिकूल परिस्थितियां आई हैं। यह बात जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार, नकदी बाजार, वी.के. विजयकुमार ने कही ।
उन्होंने कहा कि कुछ प्रतिकूल परिस्थितियों के के कारण बाजार की हालत नाजुक है। लेकिन अमेरिका की दूसरी तिमाही के 2.4 प्रतिशत के मजबूत जीडीपी आंकड़े से मदद मिल सकती है।
निवेशकों को उन स्मॉल-कैप का पीछा करने में सावधानी बरतनी होगी, जो अधिक मूल्य वाले क्षेत्र में हैं। उन्होंने कहा कि लार्ज-कैप, भले ही अत्यधिक मूल्यवान हों, जोखिम भरे स्मॉल-कैप के विपरीत सुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा, फार्मा वापसी कर रहा है और पिटे हुए धातु शेयरों में मूल्य-खरीदारी हो रही है।
बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को फिर 186 अंक गिरकर 66,080 अंक पर है।
बजाज फिनसर्व में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट है।
टाटा मोटर्स, टीसीएस, एचसीएल टेक, एचडीएफसी बैंक और टेक महिंद्रा 1 फीसदी से ज्यादा नीचे हैं।