नोएडा। लाख कोशिश के बावजूद भी गौतमबुद्ध नगर पुलिस स्क्रैप माफिया रवि काना को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस अपनी इज्जत बचाने के लिए उसके विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी और उसकी संपत्ति को सील करने की बात कह रही है, लेकिन रवि काना की गिरफ्तारी न होने से पुलिस की कार्यकर्ता प्रणाली पर सवालिया निशान लगा शुरू हो गया है। पूर्व में भी रवि काना के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें पुलिस रवि को गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। लोगों में चर्चा है कि रवि ने अपनी पहुंच के बल पर पुलिस की कार्रवाई को प्रभावित कर लिया है।
मालूम हो की स्क्रैप माफिया रवि के खिलाफ थाना सेक्टर-39 में सामूहिक बलात्कार और थाना बीटा-दो में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। पुलिस ने उसके कुछ साथियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन रवि काना अभी भी पुलिस की गिरफ्तार से दूर है। लोगों में चर्चा है कि वह नेपाल के रास्ते विदेश भाग गया है, जबकि कुछ लोगों कहना है कि रवि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ही अपने किसी गुप्त ठिकाने पर छुपा है।
वहीं थाना बीटा-दो पुलिस की याचिका पर जनपद न्यायालय ने गैंगस्टर रवि काना समेत उसके गिरोह के नौ आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंटी किया है। थाना बीटा-दो के प्रभारी निरीक्षक मुनेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद रवि और उसके गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी की कार्रवाई तेज की गई है। उन्होंने बताया कि रवि द्वारा की गई काली कमाई से बनी उसकी संपत्ति को चिन्हित कर पुलिस उसे सील कर रही है।
उनके अनुसार जनपद बुलंदशहर में स्थित रवि काना की करोड़ों रुपए की संपत्ति को सील किया गया है। उसने करीब 50 बीघा में एक फैक्ट्री सिकंदराबाद में बनाई थी। रवि काना की गिरफ्तारी न होने से लोगों में तरह-तरह की चर्चा है। लोगों को कहना है कि रवि ने एक विधायक और एक सांसद के माध्यम से अपनी सेटिंग कर ली है। वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए करोड़ों रुपया खर्च कर रहा है। चर्चा है कि रवि को कुछ पुलिसकर्मी और मीडिया से जुड़े लोग अभी भी खुला सहयोग कर रहे हैं, जिसकी वजह से वह पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो रहा है।