नई दिल्ली। राजस्थान के पूर्व उपमुख्मंत्री सचिन पायलट ने जब दावा किया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा नेता वसुंधरा राजे के खिलाफ किसी भी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की और उन्होंने विरोध के प्रतीक के रूप में 11 अप्रैल को एक दिन का उपवास रखने की घोषणा की, उसके बाद कांग्रेस रविवार को पार्टी के दिग्गज नेता और मुख्यमंत्री के समर्थन में उतर आई।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा, मुख्यमंत्री के रूप में गहलोत के साथ राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने बड़ी संख्या में योजनाएं लागू की हैं और कई नई पहल की हैं, जिसने लोगों को गहराई से प्रभावित किया है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा राज्य में पार्टी संगठन के समर्पण और दृढ़ संकल्प से संभव हुई एक उत्कृष्ट सफलता है।
उन्होंने कहा, बाद में कांग्रेस इन ऐतिहासिक उपलब्धियों और हमारे संगठन के सामूहिक प्रयासों के बल पर लोगों से नए जनादेश की मांग करेगी।
इससे पहले गहलोत पर निशाना साधते हुए राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा, “वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमने विपक्ष में रहते हुए वादा किया था कि जांच कराई जाएगी। अगर गहलोत और वसुंधरा राजे के बीच कोई गठबंधन था तो सवाल उठाए जा सकते थे। यह साबित करने के लिए उन्हें जल्द ही कार्रवाई करनी होगी कि ऐसा नहीं है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी यह महसूस होना चाहिए कि हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है।”
पायलट ने कहा, वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान विपक्ष में रहते हुए हमने 45,000 करोड़ रुपये के घोटालों के बारे में आवाज उठाई थी और वादा किया था कि हमारी सरकार आएगी तो इन घोटालों की जांच करेगी।