लखनऊ। मेरे लिए आज का अवसर अत्यन्त महत्वपूर्ण है। देश के अलग-अलग भागों से भी कुशल खिलाड़ी प्रदेश के सिपाही का हिस्सा बन रहे हैं। यह खिलाड़ियों के लिए सम्मान का भाव है। जो खिलाड़ी देश के लिए खेलता है, उसके लिए हमारा भी कर्तव्य बनता है कि हम उनके लिए सोचें।
यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन में 233 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को पुलिस में विशेष भर्ती का प्रमाण पत्र देने के लिए हुए समारोह में कहीं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हमने देश के सभी खिलाड़ियों का सम्मान किया था। राज्य सरकार की तरफ से उन्हें नगद राशि प्रदान करायी थी। हमारा मानना है कि एक खिलाड़ी देश के लिए खेलता है। एक खिलाड़ी उसी रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास करता है। इस कारण हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि उसे किसी एक बंधन में बांधकर न रखें। उसी के तहत हम लोगों ने 233 को नियुक्ति पत्र देकर एक बंधन में जोड़ने का काम किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले हर भर्ती पर प्रश्न उठते थे, लेकिन विगत छह वर्ष के अंदर एक लाख 54 हजार से अधिक पुलिस भर्ती प्रक्रिया सकुशल संपन्न हो चुकी है। प्रदेश में एक लाख से अधिक पुलिस कार्मिकों को प्रोन्नति देने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन इसी के बीच यहां अच्छे खिलाड़ियों को भी मौका दिया गया। इससे पहले आठ जुलाई को भी 227 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किये थे। उसमें भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से यहां लगातार गांव से लेकर शहर तक प्रतियोगिताओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह दिखता है कि एक रचनात्मकता युवाओं के मन में आ रहा है। यदि युवा शक्ति रचनात्मक है तो राष्ट्र की उन्नति होती है। खिलाड़ी रचनात्मकता का प्रतीक बनता है। वह आत्मनिर्भरता का प्रतीक बनता है। समाज में कुछ कर गुजरने की शक्ति होती है।
उन्होंने कहा कि आप सभी अपनी प्रैक्टिस बंद न करें। उप्र पुलिस बल के लिए कार्य करना है। पुलिस ने ओवर आल परशेप्शन बदलने का काम किया है। आज हर जगह उप्र पुलिस को लोग याद करते हैं। आज दूसरी जगहों के लोग भी बोलते हैं कि उप्र पुलिस होती तो यह घटना नहीं होती। आज यहां बड़ा से बड़ा कार्यक्रम सफल हो जा रहे हैं।
वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि खेल का दोगुना बजट कर दिया। अब जरूरत है महिलाएं भी खेल में आगे आयें। आपका खेल के माध्यम से कैरियर बन गया, लेकिन प्रैक्टिस जारी रखना चाहिए। यदि आप चोर के सामने खड़े होकर हाथ जोड़ेंगे तो वह नहीं बताएगा। सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर के व्यवहार पर भी काम होना चाहिए। आज एस.पी भी रिटायर होने पर थाने जाने से बचता है। सरीफ आदमियों के साथ व्यवहार दोस्ताना होना चाहिए। खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने बताया कि 531 लोग और इस प्रक्रिया में हैं। उन्हें भी जल्द ही चुना जाएगा।