अयोध्या। श्रीराम मंदिर में पिछले छह दिन से चल रहे प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में रामलला विराजमान (प्रभु श्रीराम के पुराने विग्रह) की भी पूजा प्रारम्भ हो गई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अनुसार मंदिर में श्रीरामलला की नई प्रतिमा के साथ पुराने विग्रह को भी स्थापित किया जाएगा।
कुछ संतों ने रामलला विराजमान को लेकर हाल ही में शंका व्यक्त की थी, तो न्यास ने उसी समय स्पष्टीकरण दिया था कि प्रभु श्रीराम के पुराने विग्रह को भी मंदिर में स्थापित किया जायेगा।
गौरतलब है कि श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पिछले छह दिन से जारी है। रविवार को सुबह नौ बजे से देर शाम तक छठवें दिन की पूजन प्रक्रिया चली। इस दौरान नित्य के पूजन, हवन और पारायण के साथ 114 कलशों में औषधियुक्त जल एवं देश के विभिन्न तीर्थों से लाये गये पवित्र जल से श्रीरामलला की मूर्ति का स्नान सम्पन्न हुआ।
श्रीरामलला के विग्रह को आज मध्याधिवास में रखा गया। आज ही रात्रि जागरण अधिवास भी शुरू हो गया। मंदिर को चेन्नई, पुणे सहित कई स्थलों से मंगाये गये विविध फूलों से सजाया गया है। सोमवार दोपहर को अभिजीत मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई गणमान्य लोगों और संत-महात्माओं की उपस्थिति में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान सम्पन्न होगा।