मुजफ्फरनगर। जनपद के एक थाने में 22 साल तक लगातार चोरी चलती रही। थाने से माल मुकदमाती और सरकारी सम्पत्ति के रूप में दर्ज माल लगातार गायब होता रहा। इस बीच थाने में कई थानेदार आये और चले गये। पुलिस कप्तान भी कई बदल गये, लेकिन थाने से गायब हुए माल को लेकर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।
अब 25 साल बाद एसएसपी संजीव सुमन के आदेश पर जांच हुई, जिसमें थाना जानसठ में तैनात रहे पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें एक आरोपी वर्तमान में जनपद आगरा में क्राइम ब्रांच में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है, जबकि एक सेवानिवृत्त हो चुका है। एक आरोपी की मौत भी हो चुकी है। मृत सिपाही के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है। थाने पर माल मुकदमाती में गबन करीब 22 साल तक चलता रहा।
मुजफ्फरनगर में 5 पुलिस कर्मियों के खिलाफ थाने के माल की सुरक्षा में लापरवाही बरतने के साथ ही सरकारी माल का गबन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी संजीव सुमन के आदेश पर थाना जानसठ में प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार की तहरीर पर आईपीसी की धारा 409 के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि 19 दिसम्बर 1998 से 04 मार्च 2019 तक थाना जानसठ में अलग अलग समय पर हैड मोहर्रिर के पद पर तैनात रहे पांच पुलिसकर्मियों के कार्यकाल में माल मुकदमाती और सरकारी सम्पत्ति के रूप में दर्ज माल में अमानत में ख्यानत की करते हुए गबन किया गया है।
एसएसपी संजीव सुमन ने 09 सितम्बर को पुलिस अधीक्षक क्राइम प्रशांत कुमार प्रसाद को पूरे मामले की जांच सौंपते हुए आख्या मांगी थी। 30 सितम्बर 2023 को एसपी क्राइम प्रशांत कुमार ने अपनी प्रारम्भिक जांच आख्या सौंप दी। जांच पूरी होने पर पांच पुलिसकर्मियों के कार्यकाल में थाने पर जमा माल में गबन करने का दोष साबित हुआ। इसको लेकर एसएसपी संजीव सुमन ने सीओ जानसठ शकील अहमद को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराये जाने के आदेश दिये थे। सीओ शकील अहमद ने 12 अक्टूबर को थाना प्रभारी जानसठ दिनेश कुमार को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिये। जिस पर पांच पुलिस कर्मियों के खिलाफ माल का गबन मामला दर्ज कर लिया गया है।
थाना प्रभारी ने बताया कि एसएसपी के आदेश पर इस गबन के मामले में निरीक्षक सूरज प्रसाद, उप निरीक्षक राजकुमार, उप निरीक्षक नरेन्द्र सिंह, सेवानिवृत्त उप निरीक्षक जगदीश प्रसाद और हैड कांस्टेबल स्वर्गीय सुरेश चन्द के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गयी है। इसमें सूरज प्रसाद वर्तमान में जनपद आगरा में क्राइम ब्रांच में तैनात हैं तो उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह रिट सैल जनपद एटा में कार्यरत हैं।
इस मामले में निरीक्षक योगेन्द्र शर्मा को जांच सौंपी गयी है। मुकदमे के वादी और थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि सरकारी सम्पत्ति के रूप में थाने से पुलिस के हेलमेट, लाठी-डंडे, सुरक्षा उपकरण, मेज और कुर्सी आदि गायब पाये गये हैं, इसके साथ ही मुकदमों से जुड़ा माल भी गायब है।