लखनऊ -प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में माफिया सरगना अतीक अहमद को भारी सुरक्षा के बीच गुजरात के साबरमती से लेकर काफिला प्रयागराज के लिए चल रहा है, सोमवार शाम तक अतीक के प्रयागराज पहुंचने की संभावना है और मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
इसी बीच अतीक की गाडी पलटने से बाल बाल बची है। मध्यप्रदेश के शिवपुरी में अतीक की गाड़ी के सामने अचानक से एक बछड़ा आ गया जिसके बाद चालक ने बड़ी सूझबूझ से मुश्किल से गाडी को संभाला, अन्यथा गाडी पलट सकती थी और आपस में टकरा भी सकती थी।
झाँसी में डेढ़ घंटे तक काफिले को रोका गया, अतीक की बहन भी काफिले के साथ चल रही है। काफिला शाम 5-6 बजे के बीच प्रयागराज पहुँचने की सम्भावना है।
विकास दुबे की तरह ‘गाड़ी पलटने’ की सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं के बीच भारी पुलिस बंदोबस्त के साथ अतीक अहमद को पुलिस रविवार शाम 5-45 बजे साबरमती से लेकर रवाना हुई और लगभग 9:15 बजे यह काफिला पहली बार राजस्थान में उदयपुर के नजदीक ऋषभदेव में रुका, जहां अतीक अहमद ने रुकने की गुहार लगाई थी ,क्योंकि उन्हें बाथरूम प्रयोग करना था, कुछ ही मिनटों के बाद यह काफिला प्रयागराज के लिए चल पड़ा है।
सुबह साढ़े चार बजे तक यह काफिला कोटा पहुँच चुका था, जहाँ कुछ देर तक काफिला रुका था। यहाँ से पहले उदयपुर में भी कुछ देर के लिए काफिला रुका था। फिर राजस्थान के 7 ज़िलों के बाद ये काफिला मध्य प्रदेश के शिवपुरी में प्रवेश कर गया। अब उत्तर प्रदेश पहुँच गया है।
अहमदाबाद के साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद को अपहरण के मुकदमें में 28 मार्च को न्यायालय में पेश किए जाने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच प्रयागराज लाया जा रहा है।
प्रयागराज पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि एक पुराने अपहरण (उमेश पाल) के मुकदमें में न्यायालय के द्वारा फैसले की तारीख 28 मार्च को प्रस्तुत करने के लिए अहमदाबाद के साबरमती जेल से लेकर चल चुकी है। उन्होंने बताया कि कोर्ट के आदेश पर अभियुक्तगणों को विधिक प्रक्रिया के तहत जेल से लाकर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर वापस जेल भेजा जाता है।
जिला शासकीय अधिवक्ता गुलाब चंद्र अग्रहरी ने पुलिस आयुक्त से 28 मार्च (उमेश पाल अपहरण फैसला)को कचहरी में सुरक्षा बढ़ाए जाने को लेकर अतिरिक्त पुलिस बल लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मामला अति संवेदशील व गंभीर प्रकृति का है ऐसी स्थिति में मामले को दृष्टिगत रखते हुए निर्णय के समय प्रात: 10 बजे से पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध कराया जाना आवश्यक है।
गौरतलब है कि इसी मामले में अदालत से घर वापस लौटते से उमेश पाल को अपराधियों ने गोली और बम मार कर 24 फरवरी को उनकी हत्या कर दिया था। उनकी सुरक्षा में लगे दोनों सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो गयी थी। इस मामले में अब तक पुलिस मुठभेड़ में दो अपराधियों को ढ़ेर कर चुकी है।
इसी बीच कानपुर के विकास दुबे की तरह अतीक की गाड़ी पलटने की अफवाहों के बीच अतीक समर्थकों को यह आशंका है कि उत्तर प्रदेश में अतीक के एनकाउंटर की प्लानिंग की जा सकती है जिसके चलते उन में भय का माहौल बना हुआ है।
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि अतीक को सुरक्षित हर हालत में प्रयागराज अदालत पहुंचाया जाएगा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस तरह की अफवाह सोशल मीडिया पर गुमराह करने वाली है ,अतीक अहमद को सुरक्षित प्रयागराज में पहुंचाने के लिए समस्त तैयारियां की गई हैं।
इसी बीच गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती केंद्रीय जेल से प्रयागराज शिफ्ट किये जा रहे अतीक अहमद ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। अतीक अहमद यूपी पुलिस के साथ प्रयागराज आने के लिए तैयार नहीं था। उसके वकील ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही फैसला सुनाने की अर्जी दी थी।
पूर्व सांसद अतीक अहमद जून 2019 से साबरमती जेल में बंद है। उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार, अतीक अहमद को उसके गृह राज्य (उत्तर प्रदेश) से साबरमती जेल स्थानांतरित कर दिया गया था।
अतीक अहमद 2005 में तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है। उसके खिलाफ उमेश पाल की हत्या के मामले में भी हाल ही में मामला दर्ज किया गया था। उमेश पाल, राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह था। चौबीस फरवरी को उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।