पटना। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार के साथ रिश्तों को लेकर कहा कि उन्होंने मुझे मुख्यमंत्री बनाया, जो मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान था। नीतीश कुमार के साथ रहने की हमने कसम खाई थी, लेकिन बाद के दिनों में उन्होंने ही मुझे अलग कर दिया। पर इसका कोई मलाल नहीं है। सियासत में घटनाक्रम चलता रहता है।
उन्होंने कहा कि अगर वह घटना न होती, तो आज जीतनराम मांझी आगे नहीं बढ़ पाता। जो कर्मवीर होता है, वह याद रखता है। पुरानी बातों को नजरअंदाज कर हम आज भी उनका सम्मान करते हैं। मैंने जो कहा, उन्होंने किया। उनके व हमारे बीच में नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है। घटनाक्रम चलता रहता है। बिहार के कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवाल को लेकर जीतनराम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार की सोच साफ है कि हम न किसी को फंसाएंगे और न बचाएंगे।
नीतीश कुमार अपहरण करने वाले और अपराधी किस्म के लोगों को अपने घर पर बुलाकर पार्टी के कार्यकर्ताओं से तालमेल नहीं कराते हैं। 2005 से पहले ऐसा होता था। लोगों से रंगदारी मांगी जाती थी। ऐसे में विपक्ष की ओर से कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करना बेमानी है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि हम लोगों की तैयारी 100 सीटों पर है। हम लोग गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे और जीत हासिल करेंगे।