नोएडा। नेपाल से चरस लाकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बेचने वाली एक महिला समेत तीन लोगों को एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने नोएडा पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने 5 किलो 500 ग्राम अवैध चरस( अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 55 लाख रूपये), 3 मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड व एक नेपाली नागरिकता प्रमाण पत्र व दो हजार रुपये नकद बरामद किया है।
मंसूरपुर के खानूपुर में मंदिर की जगह पर रहेगी यथा स्थिति, सिविल जज ने दिए आदेश
जानकारी के अनुसार एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स मेरठ यूनिट के उप निरीक्षक लोकेंद्र कुमार ने नोएडा पुलिस को सूचना दी थी कि कुछ लोग अवैध रूप से उत्तराखंड और नेपाल से चरस लाकर दिल्ली, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश में बेचते हैं। उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर एएनटीएफ की यूनिट और थाना बीटा-दो पुलिस ने एक संयुक्त कार्रवाई के तहत परी चैक के पास से तुलसी देवी उर्फ मोटी, निवासी लाल कुआं गंगा नैनीताल उत्तराखंड, भाकसु कामी उर्फ बागसुर कामी निवासी नाहर पुर विलेज रोहिणी सेक्टर 7 नई दिल्ली, तथा धीरज सिंह समान्त पुत्र गुमान सिंह समान्त निवासी पिथौरागढ़ उत्तराखंड को गिरफ्तार किया है।
खतौली में नाबालिग के साथ यौन शोषण, जबरन विवाह और नवजात की बिक्री का दिल दहला देने वाला मामला
उन्होंने बताया कि इनके पास से पुलिस ने 5 किलो 500 ग्राम चरस, तीन मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड, एक नेपाली नागरिकता प्रमाण पत्र, और 2 हजार रुपए नकद बरामद किया है।
मुजफ्फरनगर नगरपालिका में टेंडर हो गए पूल,सभासदों ने ठेकेदारों को दी धमकी, डीएम ने बैठाई जांच
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार तुलसी देवी ने पुलिस को बताया कि वह भाकसु कामी से नेपाल से चरस मंगाकर अपने भतीजे धीरज सिंह समान्त वह भाकसु कामी के साथ मिलकर दिल्ली, हरियाणा, हरिद्वार, उत्तराखंड, मुजफ्फरनगर, शामली के लोगों को बेचकर मुनाफा कमाती है। महिला थाना छप्पार जनपद मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा एक मामले मे वांछित है। वहां पर सुभाष कश्यप पकड़ा गया था, लेकिन महिला भाग गई थी।
यह सुभाष कश्यप को चरस सप्लाई करती है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि पीड़िता पुलिस से बचने के लिए अपना मोबाइल ज्यादातर बंद रखती है, तथा एक स्थान पर ज्यादा देर नहीं रुकती है। वह पुलिस से बचने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाती है। गिरफ्तार आरोपियों में धीरज तुलसी देवी का भतीजा है।