अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिला पुलिस ने मंगलवार को एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए देश में अवैध रूप से रह रही तीन बांग्लादेशी महिलाओं को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई राजस्थान पुलिस के महानिरीक्षक, सीआईडी (सुरक्षा) जयपुर के निर्देशों के तहत, अजमेर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) डॉ. दीपक कुमार शर्मा तथा वृत्ताधिकारी किशनगढ़ ग्रामीण उमेश गौतम के सुपरविजन में अंजाम दी गई। इस संयुक्त अभियान में जिला विशेष शाखा, सीआईडी जोन अजमेर और पुलिस थाना रूपनगढ़ की टीम ने भाग लिया। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य में रह रहे अवैध विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें देश से निष्कासित करना है। अब तक इस अभियान के तहत कुल 38 बांग्लादेशी नागरिकों को डिटेन किया जा चुका है, जिनमें पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल हैं।
मंगलवार को हिरासत में ली गई तीनों महिलाएं मूल रूप से बांग्लादेश के कुमिल्ला जिले की निवासी हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से अजमेर और जयपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग नामों और पहचान के साथ रह रही थीं। अंजली देवी उर्फ सादिया, पुत्री मोहम्मद कासिम, पत्नी मोहनलाल जाट, वर्तमान में जयपुर जिले के फुलेरा तहसील के टीको की ढाणी गांव की निवासी हैं। कल्पना बेगम उर्फ सपना देवी (35), पत्नी पूरणमल जाट, अजमेर जिले के रूपनगढ़ थाना क्षेत्र के भदूण गांव में रहती थीं और माया देवी उर्फ सुमैया, पत्नी सुगनाराम जाट, रूपनगढ़ थाना क्षेत्र के मोरडी गांव में रह रही थीं। बताया जा रहा है कि ये महिलाएं स्थानीय नागरिकों से विवाह कर यहां रह रही थीं। सभी के दस्तावेजों की जांच की जा रही है और इन्हें निर्धारित प्रक्रिया के तहत संबंधित एजेंसियों द्वारा देश से निष्कासित किए जाने की कार्रवाई जारी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) डॉ. दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि यह विशेष अभियान आगे भी जारी रहेगा और किसी भी अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिक को बख्शा नहीं जाएगा