प्रयागराज। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक का 27 से 29 जनवरी तक आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन आज किसान पंचायत के बाद संपन्न हुआ। किसान पंचायत की अध्यक्षता बाबा राजेंद्र सिंह मलिक एवं संचालन नरूल इस्लाम ने किया।
पंचायत को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इस चिंतन से जो किसानों की समस्याओं सामने आई है उनके समाधान के लिए भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक संघर्ष करेगी। किसानों को सरकार प्रार्थमिकता दे इसके लिए समय पर हम आंदोलन का निर्माण करते रहेंगे। सरकार हमारे ज्ञापन पर कार्यवाही करे अन्यथा फरवरी में लखनऊ में बड़ा किसान आंदोलन होगा।
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेन्द्र मलिक ने कहा कि किसान नेता किसानों को आंदोलन के नाम पर गुमराह कर रहे हैं। पूरे 13 माह दिल्ली दिल्ली के किसान आंदोलन में सरकार एमएसपी कानून की कोई मांग नही कि लेकिन मीडिया के माध्यम से कानून के नाम पर किसानों को गुमराह कर रहे है। किसान नेताओं की कथनी करनी में अंतर है। स्वंभू किसान नेता किसानों का नुकसान कर रहे है।
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के प्रदेश अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश में एक लाख नए सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया। हर जनपद में दो हजार सदस्य बनाए जायेंगे।
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने कहा कि युवाओं द्वारा खेती में आमदनी बढ़ाए जाने के नए नए प्रयोग से युवाओं में खेती के प्रति रुझान बढ़ रहा है। किसानों के बच्चो को किविंटल की नही किलोग्राम की खेती करनी चाहिए। युवा ही खेती के अस्तित्व को बचा सकते है।आज युवाओं का खेती से मोहभंग हो रहा है।
पंचायत स्थल पर उपजिलाधिकारी को नौसुत्रीय ज्ञापन दिया गया। राष्ट्रीय अधिवेशन में कई हजार किसानों ने भाग लिया। जिसमे उत्तर प्रदेश,राजस्थान,मध्य प्रदेश,हरियाणा ,उत्तराखंड के किसान शामिल रहे।