बुलंदशहर- उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर जिले के खानपुर क्षेत्र में शनिवार को खराब पड़े ट्यूबवेल की बिजली मोटर निकालने के लिये कुयें में उतरे तीन किसानों की जहरीली गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गयी।
जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मौका महीना किया। मुख्यमंत्री ने मृतक किसानों के परिवारों को पांच पांच लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि क्षेत्र के ग्राम जाड़ोल में करीब बीस वर्ष पुराना ट्यूबवेल का कुआं है। टयूबवेल की बिजली की मोटर खराब होने पर पिछले काफी समय से बंद पड़ा था। आज सुबह करीब आठ बजे हंसराज (43), अनिल (28) और कैलाश (55) खराब पड़े ट्यूबवेल को चालू करने के लिये बिजली की मोटर निकालने के लिए 60 फीट गहरे कुएं में उतरे तथा बारी-बारी से तीनों बेहोश हो गए।
कुऐ के किनारे पर खड़े लोगों द्वारा आवाज लगाने पर जब कोई जवाब नहीं मिला। तब वहां खड़े लोग रस्सा बांधकर कुएं में उतरे और तीनों को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला। पीड़ित किसानो को जहांगीराबाद अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधीक्षक नगर सुरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि ट्यूबवेल का कुआं लम्बे समय से बंद था जिसमें जहरीली गैस पैदा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। शवों का पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।