देहरादून। आपदा प्रभावित राज्य उत्तराखंड में जगह-जगह हो रहा भूस्खलन जानलेवा होता जा रहा है। मलबा कब किस पर गिर जाए, किसी को नहीं पता होता। शनिवार को भूस्खलन के मलबे में दबकर तीन लोगों की मौत हो गई। एसडीआरएफ ने मलबे से सभी शव निकालकर कर पुलिस के सुपुर्द किया है। घायलों को अस्पताल भेजा है।
आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम पिथौरागढ़ से गढ़कोट में भूस्खलन से एक महिला के दबने की सूचना पर एसडीआरएफ टीम पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबी महिला देवकी देवी (75) पत्नी पूरन चंद्र उपाध्याय निवासी ग्राम गढ़कोट का शव बाहर निकाला। जनपद अल्मोड़ा के लमगड़ा के पास एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना पर एसडीआरएफ टीम तत्काल मौके के लिए रवाना हुई। वाहन में कुल पांच लोग सवार थे। इनमें से तीन लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया था। जबकि दो लोग खाई में गिर गए थे।
एसडीआरएफ टीम ने खाई में उतरकर कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शव को बाहर निकाला और पुलिस के सुपुर्द कर दिया। हालांकि इनकी पहचान नहीं हो पाई है।नैनीताल जिला नियंत्रण कक्ष से झुतिया गांव रामगढ़ के पास कुछ लोगों के नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण फंसने की सूचना एसडीआरएफ को मिली। एसआई संतोष परिहार के नेतृत्व में एसडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर वहां फंसे पांच परिवार के 19 लोगों को सुरक्षित निकाल सनराइज पब्लिक स्कूल तल्ला रामगढ़ में सकुशल पहुंचाया।
अल्मोड़ा जिला नियंत्रण कक्ष से एसडीआरएफ को सूचना मिली कि पनार के पास नदी में दो व्यक्ति फंसे हुए हैं। अपर उप निरीक्षक रवि रावत के नेतृत्व में एसडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची और दोनों व्यक्तियों को सकुशल रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। गंगोत्री राजमार्ग पर पेड़ गिरने से मार्ग बाधित हो गया। उत्तरकाशी जिला नियंत्रण कक्ष की सूचना पर एसडीआरएफ टीम तत्काल मौके के लिए रवाना हुई और उक्त पेड़ को किनारे हटाकर यातायात सुचारू किया।