गाजियाबाद। आरडीसी स्थित उदेश प्लाजा की लिफ्ट में तीन लोग 35 मिनट तक फंसे रहे। अलार्म बजाने के बावजूद बिल्डिंग का कोई जिम्मेदार मदद करने नहीं पहुंचा। इस दौरान लिफ्ट में फंसे शुगर पीड़ित बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ गई।
राजनगर निवासी सौरभ दीक्षित ने बताया कि वह एक नामी कंपनी में प्रोग्राम मैनेजर हैं। उनके पिता राकेश कुमार दीक्षित टेक्सटाइल मंत्रालय से रिटायर्ड अधिकारी हैं।
उन्होंने बताया कि वह अपने पिता के साथ आरडीसी में एक बीमा कंपनी के कार्यालय में काम से गए थे। इस दौरान वह उदेश प्लाजा की दूसरी मंजिल पर जाने के लिए पिता के साथ लिफ्ट में घुस गए। उन दोनों के अलावा लिफ्ट में एक शख्स भी थे। जब लिफ्ट कुछ ऊपर चली तो वह अपने आप बंद हो गई।
उन्होंने किसी तरह पुलिस को फोन किया। पुलिस ने 45 मिनट बाद उनको लिफ्ट से बाहर निकाला। एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर गई थी। मामले में जांच कराई जा रही है।