लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को मिर्जापुर के ग्राम पंचायत मवई कला में स्थित पंचशील महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वस्थ और समृद्ध बनाने के लिए टीकाकरण कराने के साथ शिक्षा जरूरी है। गांव का प्रत्येक व्यक्ति भले वह मजदूरी करता हो, अपने बच्चों को स्कूल भेजे तथा उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाएं ताकि आगे चलकर वे रोजगार व स्वरोजगार से जुड़कर अपने आपको समाज की मुख्यधारा में ला सकें। उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाना है, जिससे सभी को समान अवसर मिल सके। उन्होंने एनआरएलएम समूह की महिलाओं को बैंक सखी योजना के तहत वित्तीय प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण दिलाकर अपनी कमाई से प्राप्त धनराशि के सदुपयोग के बारे में प्रशिक्षण दिलाने पर बल देते हुए कहा कि धन के सदुपयोग में महिलाएं सतर्क रहें। उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि ऐसी महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाकर जागरूक किया जाए। यह कार्यक्रम वाराणसी में प्रारंभ किया गया है, वाराणसी में जब प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाए तो वहां अधिकारियों को भेजकर दिखाएं, पुनः वही कार्यक्रम मिर्जापुर में संचालित करें।
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एनआरएलएम के माध्यम से गांव की महिलाएं जो कभी घर से भी नहीं निकलती थीं, आज वे आत्मनिर्भर बनकर जीवनयापन कर रही हैं। महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए समाज के सभी बुद्धिजीवी लोग भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। राज्यपाल ने नवजात शिशुओं को स्वस्थ रखने के लिए मिशन इंद्रधनुष अभियान पर बल देते हुए कहा कि सभी लोग अपने नवजात शिशुओं का टीकाकरण अवश्य कराएं, ताकि वे बीमारियों से बचें और स्वस्थ रहें। टीकाकरण का विरोध और लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सीडीपीओ को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद मिर्जापुर में 200 आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्री स्कूल शैक्षिणक किट उपलब्ध कराया गया है। सीडीपीओ तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाकर इसके सदुपयोग तथा बच्चों के पठन-पाठन के संबंध में जानकारी दें। कृषि और आवासीय पट्टा के अनुसूचित जाति के लाभार्थी यह सुनिश्चित करें कि जिसके लिए यह भूमि आवंटन किया गया है, वे उसी कार्य में उसका उपयोग करें। उन्होंने कहा कि गांव का गरीब व्यक्ति जीवन भर मजदूरी आदि करके अपना जीवनयापन करता है, परंतु रहने के लिए एक घर नहीं बना पाता, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास उनके लिए वरदान साबित हो रहा है। वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त भारत बनाने की प्रधानमंत्री की मंशा को साकार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीबी के लक्षण व रोगियों की जांच कर उनकी पहचान व उपचार सुनिश्चित किया जाए।
टीबी रोगियों को नियमित दवा खाने व पौष्टिक आहार के लिए दिए जाने वाले पोषण पोटली को नियमित रूप से सेवन करने के लिए बताएं तथा समय-समय पर यह भी जांच करें कि उसका सेवन किया जा रहा है अथवा नहीं, तभी भारत को टीबी मुक्त बनाया जा सकता है। राज्यपाल ने ग्रीन आर्मी महिला सदस्यों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में तथा दूरस्थ/आदिवासी इलाकोंं में व्याप्त नशा, बाल विवाह, घरेलू हिंसा, दहेज आदि व्याप्त बुराइयों को समाप्त करने की दिशा में जो कार्य किया जा रहा है, वह प्रशंसनीय है। ग्रीन आर्मी की महिलाओं को समाज की कुरीतियां व बुराइयों को दूर करने में पुलिस भी मदद करे, ग्रीन आर्मी की सदस्य व पदाधिकारी अपने नजदीकी पुलिस थाना व चौकी पर समन्वय स्थापित कर कार्य करें।