वाराणसी। देश के जाने-माने उद्योगपति पद्म विभूषण रतन नवल टाटा के निधन पर काशी नगरी भी शोकाकुल है। गुरुवार शाम अस्सीघाट पर सायंकालीन गंगा आरती में 51 दीप जलाकर रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी गई। घाट पर गंगा आरती में शामिल ब्राम्हणों ने शांति मंत्र का जप करके रतन टाटा के आत्मा की शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की।
जय मां गंगा सेवा समिति और ब्राम्हम राष्ट्र एकम की पहल पर आयोजित इस कार्यक्रम में दो मिनट का मौन रख श्रद्धालुओं ने रतन टाटा के प्रति आदर दिखाया। इसमें देश विदेश के पर्यटक भी स्वेच्छा से शामिल हुए।
गंगा आरती समिति के यश चतुर्वेदी ने बताया कि रतन टाटा का देश के विकास में काफी अहम योगदान रहा है। गरीबों के लिए उन्होंने काफी कुछ काम किया है। एक ऐसे व्यक्ति के चले जाने से देश को काफी क्षति हुई है। आज हम सभी ने मां गंगा से उनकी आत्मा के शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की और 2 मिनट का मौन रखा। उधर, वाराणसी महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र व होमी भाभा कैंसर अस्पताल के कर्मियों ने भी रतन टाटा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।