मुजफ्फरनगर। जनपद के बेलड़ा में गंग नहर पुल के पास खड़े सैंकड़ों वर्ष पुराने पेड़ के गिर जाने के बाद गणमान्यों सहित ग्रामीणों ने लगातार अपनी भावनाओं को प्रकट किया है। रविवार की सुबह सीमल के वृक्ष की रस्म तेहरवी का आयोजन किया गया, जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष सहित गणमान्य ने हवन में आहूति देकर श्रद्धांजलि दी और साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
गांव बेलडा में ऐतिहासिक 150 वर्ष पुराने सीमल के वृक्ष की रस्म तेरहवीं हवन यज्ञ व प्रसाद वितरण के साथ पूरे विधि विधान से की गई। इस अवसर क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ-साथ जिला पंचायत अध्यक्ष वीरपाल निवाज्ल, राष्ट्रीय सामाजिक संस्था के राष्ट्रीय राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमुख समाजसेवी मनीष चैधरी आदि ने वृक्ष को श्रद्धांजलि अर्पित की।
ग्रामीणों ने कहा कि इस वृक्ष की यादों को एक धरोहर के रूप में सहेजने की आवश्यकता हैं। कहा कि इस ऐतिहासिक सीमल के पेड़ से लोगों की यादें जुड़ी रही है। इस बुजुर्ग वृक्ष के धराशायी होने के कारण किसी अपने को खो देने जैसा दुख है। इस वृक्ष ने अपना पूरा जीवन ग्रामीणों को दिया है। इसी की छांव में यहां का भाईचारा पनपा है।
गांव बेलड़ा निवासी रिटायड शिक्षक मास्टर सुरेन्द्र पाल ने कहा कि 1857 में अंग्रेजी शासन में यहां पर गंगनहर पर पुल का निमाज्ण कराया गया था, तो उस समय भी यह वृक्ष यहां पर स्थित था। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह वृक्ष कितना पुराना हो सकता है। वृक्षों में भी जीवन होता है।
इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी मनीष चैधरी ने सीमन वृक्ष को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक वृक्ष को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी, जबकि क्षेत्र के गांवों में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति एक वृक्ष लगाकर अपनी औलाद की भांति उसकी देख-रेख करते हुए परवरिश करे। इस पेड़ की रस्म तेरहवीं का निणज्य सराहनीय है, इससे समाज में एक सकारात्मक संदेश जायेगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष वीरपाल निवाज्ल ने कहा कि इस वृक्ष का धराशायी होना क्षेत्रीय लोगों के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। कहा कि जिला पंचायत ने यहां 150 सेमल के वृक्ष लगवाये है।
इस अवसर पर प्रदीप निवाज्ल, मुमताज अली, सुभाष, सुरेन्द्र मास्टर, फैजुर रहमान सतपाल सिंह, वीर सिंह, जयपाल फौजी, श्रीपाल सिंह, विष्णु दत्त, राजकुमार शमाज्, पीतम सिंह, कमज्वीर, रामकुमार, संजय सिंह कोरी, नवाब सिंह, हरवीर , बबलू, महिपाल सिंह सिंह सैकड़ों ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।