वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा, मेक्सिको और चीन से आयातित वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है, जो शनिवार शाम से लागू हो गया। इस फैसले के साथ अमेरिका और इन देशों के बीच व्यापार युद्ध की शुरुआत हो गई है, जो आगे अन्य देशों तक भी फैल सकता है। कनाडा और मेक्सिको से आने वाले सामानों पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाया गया है। चीन से आयातित वस्तुओं पर 10% शुल्क बढ़ाया गया है। हालांकि, कनाडा से आयातित तेल पर सिर्फ 10% शुल्क लगेगा। व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका में अवैध प्रवासियों और घातक नशे, खासतौर पर फेंटेनाइल (एक खतरनाक नशीला पदार्थ), की बढ़ती तस्करी राष्ट्रीय आपातकाल बन गई है। राष्ट्रपति ट्रंप मेक्सिको, कनाडा और चीन को अवैध आप्रवासन को रोकने और हमारे देश में जहरीली फेंटेनाइल और अन्य दवाओं के प्रवाह को रोकने के अपने वादों के प्रति जवाबदेह बनाने के लिए यह कार्रवाई कर रहे हैं। यह शुरुआत भर है। ट्रंप सरकार जल्द ही कंप्यूटर चिप्स, फार्मास्यूटिकल्स, स्टील, एल्युमीनियम, तांबा, तेल और गैस के आयात पर भी नए शुल्क लगाने की योजना बना रही है। यूरोपीय देशों पर भी ऐसे ही शुल्क लगाए जा सकते हैं। व्हाइट हाउस की फैक्ट शीट में कहा गया है,
“आदेश स्पष्ट करते हैं कि अवैध वितरण नेटवर्क के माध्यम से संयुक्त राज्य अमेरिका में फेंटेनाइल जैसी प्रतिबंधित दवाओं के प्रवाह ने सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट सहित एक राष्ट्रीय आपातकाल पैदा कर दिया है।” व्हाइट हाउस का कहना है कि चीन अपराधी गिरोहों को खतरनाक रसायन बेचने और धनशोधन रोकने में असफल रहा है। वहीं, मेक्सिको सरकार पर आरोप लगाया है कि वह ड्रग माफियाओं के साथ मिली हुई है और उन्हें नशीले पदार्थ बनाने और अमेरिका में भेजने की छूट दे रही है। इन माफियाओं के कारण हजारों अमेरिकी नागरिकों की जान जा चुकी है। फैक्टशीट के मुताबिक, कनाडा में भी फेंटानाइल का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है और वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों के व्यापार में शामिल होता जा रहा है। ट्रंप प्रशासन के इस कदम का असर अमेरिका और इन देशों के व्यापारिक रिश्तों पर भी पड़ सकता है।