गाजियाबाद। गाजियाबाद थाना कोतवाली नगर पुलिस टीम द्वारा पुलिस मुठभेड़ के दौरान हत्या के आरोपी दो अभियुक्त गिरफ्तार किये गए। बीते 15-16 अक्टूबर की रात को थाना कोतवाली पुलिस को सिविल लाइन थाना क्षेत्र के रेलवे लाइन के पास एक अज्ञात शव प्राप्त हुआ था। जिसका पुलिस द्वारा पंचायत नामा कराया गया था। तीन दिनों तक शव की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
16 नवंबर की रात को परमात्मा नामक एक व्यक्ति द्वारा फोटो के आधार पर शव की पहचान अपने बेटे लाल सिंह के रूप में की गई। उनके द्वारा थाने में एक तहरीर भी दी गई, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें शक है कि कुछ लोगों द्वारा उनके पुत्र की हत्या की गई है और जिसके बाद शव को रेलवे लाइन पर फेंक दिया गया। पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते ही मुकदमा दर्ज करके जांच के लिए एक टीम का गठन कर दिया। दरअसल पुलिस को एक मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि कुछ वांछित व्यक्ति इंद्रनगर से चिपियाना के रास्ते जा रहे हैं।
जिसके बाद पुलिस की टीम एक्शन मोड में आ गई। दोनों अभियुक्त बाइक पर सवार थे। पुलिस ने उन्हें रुकने के लिए कहा तो इन्होंने बाइक को पीछे की तरफ भागना शुरू कर दिया। जब दूसरी पुलिस ने इन्हें रोकने का प्रयास किया तो इन्होंने तमंचे से पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक व्यक्ति के पैर में गोली लगी और दूसरे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जिस व्यक्ति के पैर में गोली लगी है, उसका नाम अनिल उफ लंबू है और दूसरे का नाम नहीम है। जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो पता चला कि इन दोनों आरोपियों ने लाल सिंह की हत्या की थी और उसके शव को रेलवे ट्रैक पर रख दिया था। बाद में रेलगाड़ी आने पर शव कट गया था। जिस व्यक्ति के पैर में गोली लगी है उसे प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया है और आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।