लंदन। लंदन के मेयर पद के लिए भारतीय मूल के दो प्रत्याशी मैदान में उतर रहे हैं। दो मई को होने वाले चुनाव के लिए भारतीय मूल के दो कारोबारी निवर्तमान मेयर सादिक खान को चुनौती देने के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में उतर गए हैं।
व्यवसायी तरुण गुलाटी (63) ने पिछले साल के अंत में भारत की यात्रा के दौरान अपना मेयर पद का चुनावी अभियान शुरू किया था वहीं, 62 वर्षीय उद्यमी श्याम भाटिया के चुनाव में ताल ठोंकने से लगभग एक दर्जन उम्मीदवार मैदान में हैं।
गुलाटी का चुनावी नारा ‘‘विश्वास और विकास’’ है, जबकि बत्रा ने ‘‘आशा के दूत’’ का नारा दिया है। गुलाटी ने से कहा, ऐसी धारणा बढ़ रही है कि मौजूदा सत्ताधारी ने समर्थन खो दिया है और पार्टी के एक अन्य प्रमुख दावेदार से भी मतदाता बहुत खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा, मैं लंदन का अगला मेयर बनने के लिए एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में खड़ा हूं क्योंकि मैं पार्टी विचारधारा और पूर्वाग्रह के बिना विचारों और नीतियों के मुक्त प्रवाह को प्रोत्साहित करना चाहता हूं। मैं लोगों के विचार जान रहा हूं और उसके अनुसार निर्णय लेने की प्रक्रिया में जहां भी संभव होगा, लोगों को शामिल करने के लिए काम करूंगा।’’
भारत में अपना मेयर पद का अभियान शुरू करने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर गुलाटी ने कहा, ‘‘भारत मेरी जन्मभूमि है, जहां मेरा जन्म हुआ और लंदन मेरी कर्मभूमि है, जहां मैं काम करता हूं। मेरे लिए बड़ों, माता-पिता, परिवार और शुभचिंतकों का आशीर्वाद पाना बहुत महत्वपूर्ण था। इसीलिए मैंने लंदन के मेयर पद के लिए अपना अभियान भारत में शुरू करने का फैसला किया।
बत्रा ने कहा, ‘‘मैं शहर के मौजूदा हालात से काफी चिंतित हूं। यह देखकर मुझे दुख होता है कि निष्क्रिय नीतियों से निवासियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। मैं बेहतर के लिए काम करना चाहता हूं।