शिमला। बचावकर्मियों ने मंगलवार को भगवान शिव के मंदिर के मलबे से दो और शव निकाले हैं। अभी कई और लोगों के लापता होने की आशंका है।
एक दिन पहले हिमाचल प्रदेश की राजधानी के समर हिल इलाके में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ था, जिसमें कई लोग दब गए थे।
सोमवार से अब तक शिमला में भूस्खलन से जुड़ी दो घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है, जबकि राज्य में यह संख्या 53 हो गई है। शिमला में एक और भूस्खलन फागली इलाके में हुआ, जिसमें पांच लोगों की जान चली गई।
14वीं एनडीआरएफ की दो टीमों ने खोज और बचाव अभियान चलाया और शिव बावड़ी के पास समर हिल से दो शव बरामद किए हैं। एनडीआरएफ ने कहा है कि ऑपरेशन अभी जारी है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के अलावा, सेना, पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल तलाशी अभियान चला रहे हैं।
शिव मंदिर स्थल में कम से कम एक दर्जन लोगों के दबे होने की आशंका है। आपदा के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंदिर धंसने की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को बचाव अभियान तेज करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने मीडिया को बताया कि श्रावण के पवित्र महीने के कारण आपदा के समय भगवान शिव के मंदिर में भीड़ थी। उन्होंने कहा कि भारी भूस्खलन के कारण कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है।
लोगों की तलाश के लिए मलबा हटाने का काम जारी है। सीएम सुक्खू ने कहा कि पूरा राज्य गंभीर स्थिति से जूझ रहा है क्योंकि कई हिस्सों में बादल फटने और भूस्खलन से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है।