नई दिल्ली। निलंबित सांसदों के मसले पर सदन में हंगामा कर रहे दो और सांसदों को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया है।
आपराधिक कानूनों से जुड़े तीनों विधेयकों, भारतीय न्याय (द्वितीय) संहिता विधेयक- 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा (द्वितीय) संहिता विधेयक-2023 और भारतीय साक्ष्य (द्वितीय) विधेयक 2023, पर चर्चा के दौरान केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सदन में हंगामा करने वाले दो सांसदों ए एम आरिफ और थॉमस चाजिकाडन को सदन से निलंबित करने का प्रस्ताव रखा।
सदन की सहमति के बाद दोनों सांसदों को निलंबित कर दिया गया।
दरअसल, बुधवार को सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर भी विपक्षी सांसदों का सदन में हंगामा जारी रहा। हंगामे और नारेबाजी के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया और लगभग 25 मिनट तक सदन में इसी माहौल में प्रश्नकाल चलता रहा। लेकिन, इसके बाद विपक्षी सांसदों का हंगामा और नारेबाजी लगातार बढ़ने लगा। विपक्षी सांसद लोकसभा स्पीकर तक पर आरोप लगाने लगे।
विपक्षी सांसद सदन में प्लेकार्ड भी लहराते नजर आ रहे थे। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने सदन में प्लेकार्ड लहराने वाले ए एम आरिफ और थॉमस चाजिकाडन सहित चार सांसदों को नामित करते हुए उन्हें गंभीर चेतावनी भी दी थी। सदन में प्लेकार्ड लहराने वाले सांसदों को चेतावनी देते हुए बिरला ने उस समय लोकसभा की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया था।
बता दें कि संसद में लगातार जारी हंगामे पर कड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार को भी लोकसभा के 49 सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया था। इससे पहले सोमवार को भी राज्यसभा के 45 और लोकसभा के 33 सांसदों सहित कुल 78 सांसदों को निलंबित किया गया था। पिछले सप्ताह लोकसभा के 13 और राज्यसभा के एक सांसद को भी निलंबित किया गया था। दोनों सदनों से अब तक कुल मिलाकर 143 सांसद निलंबित हो चुके हैं।