रांची। प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के सुप्रीमो दिनेश गोप के करोड़ों के अवैध निवेश पर ईडी की टीम अब उसकी दो पत्नियों हीरा देवी और शकुंतला कुमारी से पूछताछ करेगी। रांची स्थित पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग) कोर्ट ने इनसे दो दिनों की पूछताछ की अनुमति दे दी है।
एनआईए की विशेष टीम ने दिनेश गोप की दोनों पत्नियों को कोलकाता से लगभग एक साल पहले गिरफ्तार किया था। उनके पास से लाखों रुपए बरामद किए गए थे। इसके बाद दोनों रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं। दो दशकों तक मोस्ट वांटेड रहे दिनेश को एनआईए ने बीते 21 मई को नेपाल से गिरफ्तार किया था। दिनेश गोप पर झारखंड, बिहार, ओडिशा में 102 वारदात दर्ज हैं और उसने आतंक फैलाकर करोड़ों की अवैध उगाही की है।
ईडी की टीम दिनेश से इसी महीने की शुरुआत में जेल में कई दिनों तक पूछताछ कर चुकी है। दिनेश गोप की दोनों पत्नियों हीरा देवी और शकुंतला कुमारी को एनआईए ने 30 जनवरी 2022 को गिरफ्तार किया था। दोनों के खिलाफ लेवी-रंगदारी के रुपयों को शेल कंपनियों में निवेश करने के आरोपों की पुष्टि हो चुकी है।
अब तक दो दर्जन से अधिक बैंकों में दिनेश गोप के पारिवारिक सदस्यों और दोनों पत्नियों के माध्यम से करोड़ों के निवेश की जानकारी भी मिल चुकी है। एनआईए ने गोप की पत्नियों के बैंक खाते से 19.93 लाख रुपए जब्त किए थे। जांच में पता चला था कि दो दर्जन से अधिक बैंक खातों में 2.50 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ था। ये खाते शेल कंपनियों और गोप के परिवार के सदस्यों के नाम पर थे।
ईडी को जानकारी मिली है कि गोप ने जिन शेल कंपनियों में करोड़ों का निवेश किया है, उनमें मेसर्स भाव्या इंजीकॉन प्रा. लि., मेसर्स शिव आदि शक्ति मिनरल्स प्रा. लि., मेसर्स शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्रा. लि. और पलक इंटरप्राइजेज समेत अन्य कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों को दिनेश गोप की पत्नी शकुंतला देवी अपने सहयोगी सुमंत के साथ चला रही थीं। इसमें गोप की दूसरी पत्नी गीता भी शामिल थीं। गोप ने लेवी के पैसों को वैध बनाने के लिए ही शेल कंपनियां बना रखी थीं। इन्हीं शेल कंपनियों में वह अपनी काली कमाई के पैसे खपाता था।