कीव। यूक्रेनी सेना ने एक सप्ताह से भी कम समय में दूसरी बार पश्चिमी रूस में रियाजान ऑयल रिफाइनिंग कंपनी की सुविधाओं पर हमला किया है। इसकी जानकारी यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने रविवार को एक बयान में दी। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि बयान के अनुसार, हमले के बाद लक्षित क्षेत्र में विस्फोट और आग की घटनाएं देखने को मिली। बयान में कहा गया है कि रियाजान ऑयल रिफ़ाइनरी रूसी संघ की चार सबसे बड़ी रिफाइनरियों में से एक है। यह उद्यम, विशेष रूप से, डीजल ईंधन और टीएस-1 जेट ईंधन का उत्पादन करता है।
इसमें कहा गया है कि रियाजान रूसी सेना को ईंधन की आपूर्ति में शामिल था। जनरल स्टाफ ने बताया कि यूक्रेनी मिसाइल बलों ने रूस के पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र में कोरेनेवो बस्ती के पास रूसी प्रशांत बेड़े के परिचालन समूह के अग्रिम कमांड पोस्ट पर भी हमला किया। हमले के बारे में कोई और विवरण नहीं दिया गया। जनरल स्टाफ ने आगे कहा कि शुक्रवार को यूक्रेनी ड्रोन हमलों के कारण रियाजान की उत्पादन सुविधाओं और तेल पंपिंग स्टेशन में आग लग गई।
बता दें कि 20 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर आक्रमण किया था, जिसके बाद से दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालत बन गए थे। रूस का मानना था कि यूक्रेन युद्ध में ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाएगा, लेकिन यूक्रेन की सेना ने रूस के हर हमले का करारा जवाब दिया है। इस युद्ध में दोनों देशों के कई हजार सैनिक मारे गए हैं। इस युद्ध को लेकर भारत अपना रुख लगातार स्पष्ट करता रहा है। दोनों देशों के बीच जारी युद्ध के दौरान रूस और यूक्रेन का दौरा करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार इस बात पर जोर देते आए हैं कि बातचीत के जरिए हर समस्या का समाधान किया जाना चाहिए। पीएम मोदी ने पूर्व में कहा है कि भारत शांति और स्थिरता की शीघ्र वापसी का पूर्ण समर्थन करता है।