इटावा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की ओर से सामान नागरिक संहिता का मुद्दा उछालना कोई बड़ी बात नहीं है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव ने अपने निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर में एक निजी प्रतिष्ठान का शुभारंभ करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह मुद्दा पूरी तरह से चुनावी एजेंडा है जिसको भारतीय जनता पार्टी भुनाना चाहती हैं लेकिन वास्तव में भारतीय जनता पार्टी के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा इसलिए अब भारतीय जनता पार्टी समान नागरिक संहिता के जरिए एक बार फिर से हिंदू-मुस्लिम कार्ड चेक करके जनमानस को गुमराह करना चाहती है इस मुद्दे से भी भारतीय जनता पार्टी किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होगी यह भरोसा है।
यादव ने कहा कि जब जब चुनाव आता है तब तक कोई ना कोई मुद्दा भारतीय जनता पार्टी उछालती है। अब इस मुद्दे भारतीय जनता पार्टी को कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। भाजपा ऐसे मुद्दे लाती रही है जो समाज और धर्म में वैमनस्य फैलाएं। भाजपा इस तरह की बातें सामने लायेगी। उत्तर प्रदेश और देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने जनता को परेशान कर दिया है। भ्रष्टाचार गरीबी बेरोजगारी महंगाई है। इस पर बात नही करेंगे।
उन्होंने आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र शेखर पर पर कातिलाना हमले पर कहा कि यूपी की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है आम आदमी तो दूर नेता भी नहीं बख्शे जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है । योगी सरकार में भी अपराधी हैं उनके हौसले बड़े हुए हैं। सरकार झूठा ढिंढोरा कानून व्यवस्था का पीट रही है। जब थानों में पुलिस सुरक्षा में अदालतों में हत्याएं हो जाएं तो साफ है कि कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज प्रदेश में बची नहीं है।
सपा को गुंडों की पार्टी कहे जाने पर उप मुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर शिवपाल ने तंज करते हुए कहा कि केशव प्रसाद मौर्य बड़बोले नेता हैं अमूमन इस तरीके का भाषण देते रहते हैं उनके भाषणों से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता है।
सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के बसपा सुप्रीमो मायावती को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाए जाने के सवाल पर शिवपाल पल्ला झाड़ते नजर आये।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने पिछले दिनों इटावा में बसपा सुप्रीमो मायावती को विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की जोरदार वकालत करते हुए कहा था कि संपूर्ण विपक्ष को मायावती को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए अगर वाकई में भारतीय जनता पार्टी के मुकाबले विपक्ष को कामयाबी हासिल करनी है तो बिना मायावती के विपक्ष किसी भी सूरत में कामयाब नहीं हो सकता इसलिए मायावती के नाम को आगे करके उनके नाम को प्रधानमंत्री के रूप में पेश करके विपक्ष खासा फायदा ले सकता है इसलिए हर हाल में मायावती को ही प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार विपक्ष बनाए ताकि भारतीय जनता पार्टी को करारा झटका लगे।