लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष एवं एमएलसी नरेश उत्तम पटेल ने कहा है कि भाजपा सरकार विपक्ष और विपक्षी नेताओं के प्रति विद्वेष भाव से काम करती है। मोहम्मद आजम खां साहब की सुरक्षा हटाना दुर्भाग्यपूर्ण है। स्वयं पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मोहम्मद आजम खां साहब के प्रति उप्र सरकार द्वारा लगातार उत्पीड़न की कार्यवाही पर चिंता एवं विरोध जता चुके हैं।
श्री पटेल ने शुक्रवार को एक पत्रकार वार्ता में कहा कि मोहम्मद आजम खां साहब के जीवन को खतरा है। उनको सुरक्षा की आवश्यकता है। समाजवादी पार्टी भाजपा सरकार के कृत्य की भर्त्सना करती है। किसानों, व्यापारियों, नौजवानों, महिलाओं का जीवन सुरक्षित नहीं है। देश के सबसे बड़े राज्य में कथित डबल इंजन की सरकार में किसी को भी प्रताड़ित किया जाना लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं है।
नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाज के सभी वर्गों और जनप्रतिनिधियों के साथ अन्याय और अपमानजनक व्यवहार हो रहा है। भाजपा सरकार जान-बूझकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खान को और उनके परिवार को परेशान कर रही है और प्रताड़ित कर रही है। प्रदेश में जब से भाजपा सरकार आई है तभी से मोहम्मद आजम खान साहब को तरह-तरह के झूठे मामलों में फंसा कर प्रताड़ित कर रही है।
श्री पटेल ने कहा कि मोहम्मद आजम खान कई बार प्रदेश सरकार में मंत्री, विधायक और सांसद रहे हैं, उनकी जान के खतरे को देखते हुए सुरक्षा के लिए सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा दी थी, लेकिन भाजपा सरकार ने बदले की भावना से उनकी सुरक्षा वापस ले ली है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कई नेताओं को जिनको किसी तरह से खतरा नहीं है, उन्हें इस सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा दे रखी है। समाजवादी पार्टी के नेताओं की सुरक्षा वापस लेना निंदनीय है।
नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। हत्या, लूट, डकैती और महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। प्रदेश में हर तरफ असुरक्षा व्याप्त है। कोई भी सुरक्षित नहीं है। किसान, नौजवान, व्यापारी परेशान हैं, महंगाई चरम पर है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने कहा था कि 90 दिन में महंगाई खत्म कर देंगे लेकिन 2014 से 2023 आ गया महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। किसानों की खेती की लागत लगातार बढ़ रही है। सरकार किसानों को एमएसपी नहीं दे रही है। गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रुपए बकाया है। किसान आवारा पशुओं से परेशान है। महंगाई से आम जनता का जीवन दूभर हो गया है।