लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की खाली हुई दो सीटों के लिए उपचुनाव की प्रक्रिया जारी है। इसके लिए नामांकन की अंतिम तिथि 18 मई तय की गयी है। इसी के चलते भारतीय जनता पार्टी ने होने वाले विधान परिषद के उपचुनावों के लिए 2 नामों की घोषणा की है।
संख्या बल के हिसाब से ये दोनों सीटें सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खाते में जाएंगी। चूंकि सभी दल अभी तक नगरीय निकाय चुनाव में व्यस्त थे। ऐसे में माना जा रहा है कि इस उपचुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों की घोषणा बुधवार तक करेंगे, फिर अंतिम दिन यानि गुरुवार को नामांकन पत्रों का दाखिला होगा।
बता दें कि विधान परिषद की ये दोनों सीटें लक्ष्मण आचार्य के सिक्किम का राज्यपाल बनने और बनवारी लाल के निधन के बाद खाली हुईं हैं। भाजपा ने इन सीटों पर पदमसेन चौधरी और मानवेन्द्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
बहराइच के पूर्व सांसद पद्मसेन चौधरी भाजपा के दिग्गज नेता हैं। उनके पिता रूद्रसेन चौधरी जनसंघ और फिर भाजपा के सांसद रहे थे। 1996 में पिता की मौत के बाद पहली बार पद्मसेन चौधरी बहराइच से सांसद बने थे। चौधरी ने भाजपा में संगठन के स्तर पर भी कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं।
इनके साथ ही सीएम योगी के करीबी नेताओं में शुमार मानवेंद्र सिंह यूपी विधान परिषद के कार्यकारी सभापति रहे हैं। वह दो टर्म MLC भी रह चुके हैं। 1980 में वो झांसी के भाजपा जिलाध्यक्ष बने थे और 1985 में उन्हें पहली बार भाजपा के टिकट पर विधायक बनने का मौका मिला था।
बता दें कि उपचुनाव के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, 11 से 18 मई तक नामांकन होंगे। इसके बाद 19 मई को नामांकन पत्रों की जांच होगी। पर्चा वापसी 22 मई तक और उपचुनाव के लिए मतदान 29 मई को होगा। मतगणना भी 29 मई को ही शाम 5 बजे के बाद होगी फिर नतीजों का ऐलान किया जाएगा।