लखनऊ | पिछले साल युद्ध छिड़ने के बाद यूक्रेन से उत्तर प्रदेश लौटे मेडिकल छात्र अब अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए वापस यूक्रेन चले गए हैं। कुछ छात्र दूसरे देशों में स्थानांतरित हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि जब उन्हें यूक्रेन से लाया गया था तो वायदा किया गया था कि उनकी पढाई इंडिया में ही कराई जायेगी लेकिन कोई वायदा पूरा नहीं हुआ इसलिए आगे की पढाई करने के लिए वापस लौट रहे है।
प्रारंभ में, छात्रों को वापस जाने की अनुमति नहीं दी गई थी, लेकिन दिसंबर में नागरिकों के लिए यूक्रेन जाने वाली उड़ानें बहाल कर दी गईं।
बता दें कि युद्ध छिड़ने के बाद केंद्र ने ‘ऑपरेशन गंगा’ चलाया था और यूक्रेन से लगभग 18,000 भारतीय छात्रों को सुरक्षित वापस लाया था।
चिकित्सा और अन्य पाठ्यक्रमों का अध्ययन करने वाले उत्तर प्रदेश के लगभग 1,400 छात्र भी राज्य वापस आ गए। इनमें से 50 छात्र लखनऊ के रहने वाले थे। उड़ानें बंद होने के कारण कुछ छात्रों को पोलैंड पहुंचने के लिए सीमा पार करने के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ा।
एक छात्र की मां ने कहा, मेरी बेटी यूक्रेन वापस चली गई है और एमबीबीएस का कोर्स कर रही है। वह ज्यादातर ऑनलाइन क्लासिज लेती है, लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बुलाए जाने पर वह वहां नेशनल पिरोगोव मेमोरियल मेडिकल यूनिवर्सिटी गई है।
उन्होंने कहा, मैंने देखा है कि उसे पढ़ाई पूरी करने में कई तरह की समस्याएं आ रही थीं, इसलिए हम उसको यूक्रेन भेजने के लिए सहमत हुए। मैं उससे हर दिन बात करती हूं जो बहुत आश्वस्त करने वाला है।
एक अन्य छात्र राघव (बदला हुआ नाम) जो अब उत्तर प्रदेश के 10 अन्य छात्रों के साथ रूस में है, पहले यूक्रेन में था।
उन्होंने कहा, हमने अतीत को पीछे छोड़ दिया है और हमारी प्राथमिकता अपनी शिक्षा पूरी करनी है। हमें अपने छात्रावास से कॉलेज तक यात्रा करनी है जो काफी दूर है लेकिन यह ठीक है।