मेरठ। मेरठ के कंकरखेड़ा क्षेत्र के एक अस्पताल में मरीज की मौत पर हंगामा हो गया। मरीज की मौत पर परिजनों के हंगामे को देखते हुए डाक्टर और स्टाफ मौके से भाग खड़े हुए।
मृतक महिला के पति रिजवान का आरोप है कि शुक्रवार सुबह सायरा को इंजेक्शन लगाया गया। उसके बाद मुंह से झाग आने लगे। थोड़ी देर बाद सायरा की मौत हो गई। सूचना पर मृतका के अन्य परिजन भी खडोली से भारी संख्या में नर्सिंग होम पहुंच गए।सायरा के शव को देख गुस्साई भीड़ ने हंगामा कर दिया। नर्सिंग होम के स्टाफ और चिकित्सक मौके से भाग निकले।
कंकरखेड़ा की सरधना रोड स्थित आशुतोष नर्सिंग होम में दो दिन से भर्ती सायरा की शुक्रवार को मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। पीड़ित पक्ष की भीड़ बढ़ता देख चिकित्सा और स्टाफ नर्सिंग होम छोड़ भागने के गए। इसके बाद नर्सिंग होम में भर्ती अन्य मरीजों को उनके परिजन अपने साथ अन्य अस्पतालों में ले गए।
सूचना पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद गुस्साई भीड़ में नर्सिंग होम के मुख्य गेट को बंद कर ताला जड़ दिया। सूचना पर भारतीय किसान यूनियन अराज नैतिक के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे, जहां वह पीड़ित परिजन के साथ धरने पर बैठ गए। कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में खडोली निवासी रिजवान की शादी करीब 6 वर्ष पूर्व निवाड़ी सायरा से हुई थी।
रिजवान ने बताया कि 17 जुलाई को सायरा ने आशुतोष नर्सिंग होम में बच्चे को जन्म दिया था। तीन दिन बाद जच्चा और बच्चा को रिजवान अपने घर ले गया। दो दिन पहले सायरा के पेट के नीचे का हिस्सा एकाएक सुन्न होने लगा था। जिसका उपचार कराने के लिए रिजवान ने उसे आशुतोष नर्सिंग होम में भर्ती किया। डा. संजीव डोगरा मरीज सायरा का उपचार कर रहे थे।
पति रिजवान का आरोप है कि शुक्रवार सुबह सायरा को इंजेक्शन लगाया गया। उसके बाद मुंह से झाग आने लगे। थोड़ी देर बाद ही सायरा की मौत हो गई। सूचना पर मृतका के अन्य स्वजन भी खडोली से भारी संख्या में नर्सिंग होम पहुंच गए। सायरा के शव को देख गुस्साई भीड़ ने हंगामा कर दिया। नर्सिंग होम के स्टाफ और चिकित्सक मौके से भाग निकले।
नर्सिंग होम के जनरल वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों को उनके परिजन अपने साथ ले गए। कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को समझाने का प्रयास किया। नर्सिंग होम मैनेजर सरधना निवासी मुज्जफर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। किसी तरह पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मर्चरी पहुंचा दिया। उसके बाद भीड़ ने हंगामा करते हुए नर्सिंग होम के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया।