Friday, November 22, 2024

भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने को नगरीय विकास जरूरी : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्र के पहले दिन रविवार को गोरखपुर महानगर को 233.20 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी। इसमें 189 विकास कार्यों का शिलान्यास और 114 विकास कार्यों का लोकार्पण शामिल है। इस दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष नगर निगम और एनटीपीसी के मध्य कूड़े से चारकोल बनाने के प्लांट की स्थापना के लिए एमओयू भी हुआ।

मुख्यमंत्री ने नगर निगम परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि नगरीय विकास आज की आवश्यकता है। भारत को दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए नगरीय विकास की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इससे लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ तो मिलेगा, बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन की संभावना भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री के समक्ष नगर निगम एवं नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन के बीच कूड़े से चारकोल बनाने का प्लांट स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर भी किए गए। योगी ने कहा कि स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को साकार करने के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की महती भूमिका है। गोरखपुर नगर निगम ने एनटीपीसी के सहयोग से इस दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया है। एनटीपीसी की तरफ से प्लांट लग जाने के बाद नगर निकायों का कूड़ा चारकोल के रूप में बिजली उत्पादन का साधन बनेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नगरीय विकास के क्षेत्र में अनियोजित और अवैज्ञानिक विकास की सोच ने बड़ी समस्या खड़ी कर दी थी। जगह जगह कूड़े का पहाड़ दिखता था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन ने इस समस्या के निदान में व्यापक और सकारात्मक परिवर्तन किया है। इसी कड़ी में गोरखपुर नगर निगम ने नगरीय जीवन को स्वच्छ और सुंदर बनाने के साथ आधुनिक तकनीक से वेस्ट को वेल्थ बनाने की पहल की है। स्मार्ट सिटी बनाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

योगी ने कहा कि सॉलिड वेस्ट का उचित प्रबंधन न होने से कूड़ा ऐसे ही यहां-वहां फेंक दिया जाता था। शहर के इंट्री पॉइंट पर कूड़े के ढेर के दर्शन होते थे। इससे सिटी के विकास पर पानी फिरता दिखता था। अब ऐसा प्लांट लगने जा रहा है जहां कूड़े से चारकोल, सीएनजी का उत्पादन होगा। एनटीपीसी के इस प्लांट से नगर निगम को 25 सालों में 600 करोड़ रुपये की बचत होगी। बचत के इस रुपये का उपयोग विकास कार्यों में हो सकेगा। 500 टन प्रतिदिन कूड़े की जरूरत वाले इस प्लांट से नगर निगम के साथ ही जिले की तमाम नगर पंचायतों के कूड़े का भी समुचित निस्तारण हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि गोरखपुर नगरीय विकास के मॉडल के रूप में स्थापित हो रहा है। सड़क, जल निकासी, स्ट्रीट लाइट जैसे बुनियादी कार्यों के साथ बुजुर्गों के केयर सेंटर बन रहे हैं। मियावाकी पद्धति से एक लाख वर्गमीटर में सिटी फॉरेस्ट विकसित किया जा रहा है। सुरक्षा के लिए आईसीसीसी के माध्यम से हर चौराहे पर सीसी कैमरे से निगरानी हो रही है। इससे ट्रैफिक ऑटो मोड में चलने के साथ सुरक्षा से कोई खिलवाड़ भी नहीं कर पाएगा। उन्होंने खाद कारखाना, एम्स, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, रामगढ़ताल का उल्लेख करते हुए कहा कि ये सब गोरखपुर को नई पहचान दे रहे हैं। गोरखपुर की सड़कें चार-छह लेन में विकसित हुई हैं और हो रही हैं। जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान हो रहा है। उन्होंने सभी नागरिकों को नवरात्र की शुभकामनाएं दीं और विकास की सोच के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया।

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